नई दिल्ली। ऑटो सेल्स (auto sales) के लिहाज से 2022 का जुलाई (July) का महीना कमजोरी वाला महीना (weak month) साबित हुआ। इस महीने के दौरान गाड़ियों की बिक्री (car sales) में सालाना आधार पर करीब 8 प्रतिशत की गिरावट (8 percent drop) दर्ज की गई। पूरे महीने के दौरान पैसेंजर व्हीकल, टू व्हीलर और ट्रैक्टर्स के रजिस्ट्रेशन में भी कमी दर्ज की गई। फेडरेशन ऑफ ऑटो डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) की ओर से उपलब्ध कराई जानकारी के मुताबिक जुलाई महीने में बिक्री में कमी आने के बावजूद कई गाड़ियों के नए मॉडल बाजार में पेश किए गए, जिससे ग्राहकों की रुची ऑटो मार्केट की ओर बढ़ी।
फाडा के मुताबिक जुलाई महीने में कुल 14,36,927 गाड़ियों की बिक्री की गई, जबकि पिछले साल इसी महीने के दौरान कुल 15,59,106 गाड़ियों की बिक्री हुई थी। इस साल जुलाई के महीने में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में करीब 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। जुलाई के महीने में कुल 2,50,972 पैसेंजर व्हीकल की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल जुलाई के महीने में 2,63,338 पैसेंजर व्हीकल की बिक्री हुई थी।
इसी तरह इस साल यानी 2022 के जुलाई महीने में ट्रैक्टर्स की बिक्री में करीब 28 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इस साल जुलाई में कुल 59,573 ट्रैक्टर्स की बिक्री हुई, जबकि जुलाई 2021 में ट्रैक्टर्स की बिक्री का आंकड़ा 82,419 का था। जुलाई के महीने में टू व्हीलर्स की बिक्री में भी करीब 11 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इस साल जुलाई के महीने में कुल 10,09,574 टू व्हीलर्स की बिक्री हुई, जबकि जुलाई 2021 में 11,33,344 टू व्हीलर्स की बिक्री हुई थी।
हालांकि फाडा की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक थ्री व्हीलर और कॉमर्शियल व्हीकल की बिक्री के लिहाज से जुलाई का महीना पिछले साल के जुलाई की तुलना में बेहतर साबित हुआ। इस साल थ्री व्हीलर की बिक्री में करीब 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जुलाई के महीने में 50,349 थ्री व्हीलर्स की बिक्री हुई। जबकि 66,459 गाड़ियों की बिक्री के साथ कॉमर्शियल व्हीकल की बिक्री में जुलाई 2022 के दौरान 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
गाड़ियों की बिक्री के आंकड़े जारी करते हुए फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने बताया कि जुलाई महीने में गाड़ी की बिक्री में गिरावट आने के बावजूद ऑटो सेक्टर के कई सेगमेंट्स में, खासकर एसयूवी सेगमेंट में नए मॉडल बाजार में उतारे गए। इससे ऑटो सेक्टर को काफी सपोर्ट मिला। गुलाटी के मुताबिक आने वाले महीनों में ऑटो सेक्टर में सप्लाई की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद बनी है, जिससे गाड़ियों की खरीद में लगने वाला वेटिंग टाइम कम हो सकेगा। ऐसा होने से ऑटो सेल्स में एक बार फिर तेजी आने की उम्मीद की जा सकती है। (एजेंसी, हि.स.)