नई दिल्ली। मुंबई (Mumbai) स्थित जेसन्स इंडस्ट्रीज (Jasons Industries) ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) (Initial Public Offering (IPO) के जरिए धन जुटाने के लिए बाजार नियामक (Market regulator) भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) (Securities and Exchange Board of India (SEBI). के समक्ष अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दोबारा दाखिल किया है।
सेबी के समक्ष जमा दस्तावेज के मुताबिक जेसन्स इंडस्ट्रीज का 5 रुपये अंकित मूल्य वाला यह आईपीओ 300 करोड़ रुपये तक के नए इश्यू और धीरेश शशिकांत गोसालिया द्वारा 9.46 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव (ओएफएस) शामिल है। इस प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों द्वारा सदस्यता के लिए आरक्षण शामिल है। कर्मचारी आरक्षण हिस्से में बोली लगाने वाले पात्र कर्मचारियों को छूट दी जा रही है।
कंपनी के मुताबिक इस इश्यू से मिली रकम का इस्तेमाल में से 165 करोड़ रुपये कुछ उधारी चुकाने या समय से पहले चुकाने के लिए 77.90 करोड़ रुपये अपनी सब्सिडिटी कंपनी जेसन्स इनोवेटिव पॉलिमर्स प्राइवेट लिमिटेड में निवेश के जरिए वर्किंग कैपिटल के लिए खास तौर पर सॉल्वेंट-बेस्ड चिपकने वाले और लचीले पैकेजिंग चिपकने वाले जैसे नए चिपकने वाले प्रोजेक्ट के लिए किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुंबई स्थित जेसन इंडस्ट्रीज कंपनी भारत में बिक्री मूल्य के मामले में पेंट सेक्टर में कोटिंग इमल्शन, टेप और लेबल सेगमेंट में पानी आधारित प्रेशर सेंसिटिव एडहेसिव के अग्रणी निर्माताओं में से एक है। इसके साथ ही कंपनी ने एशिया-प्रशांत, मध्य पूर्व और अफ्रीका जैसे उच्च-विकास वाले क्षेत्रों में एक मजबूत उपस्थिति बनाई है। इसकी वर्तमान पाइपलाइन में विकास के तहत 22 उत्पाद शामिल हैं। पिछले तीन वित्त वर्षों और 30 सितंबर, 2024 को समाप्त छह महीनों में कंपनी ने वुडवर्किंग, आरडीपी और तैयार निर्माण रसायनों जैसे उद्योगों में 42 नए उत्पाद लॉन्च किए हैं।