– जबलपुर के बाद ग्वालियर, रीवा, सागर में भी होगी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
जबलपुर (Jabalpur)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने जबलपुर (Jabalpur) को औद्योगिक विकास (industrial development) की असीम संभावनाओं वाला क्षेत्र बताते हुये कहा है कि यहां रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave) के आयोजन से प्रदेश में औद्योगिक विकास को लेकर एक अच्छा वातावरण बनेगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश औद्योगिक विकास की असमानताओं को दूर करने की है और इसी उद्देश्य से क्षेत्रीय स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव के आयोजन का निर्णय सरकार ने लिया है, ताकि औद्योगिक विकास की क्षेत्रीय संभावनाओं पर विशेष ध्यान दिया जा सके और विकास के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ भी मिले।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को जबलपुर प्रवास के दौरान यहां 20 जुलाई को आयोजित की जा रही रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की तैयारियों की समीक्षा के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में खजुराहो सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, जबलपुर सांसद आशीष दुबे, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक अशोक रोहाणी, सुशील कुमार तिवारी इंदु, डॉ. अभिलाष पांडे, संतोष बरकड़े एवं नीरज सिंह ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष आशा गोंटिया, नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज, भाजपा के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, अखिलेश जैन, पूर्व मंत्री अंचल सोनकर एवं शरद जैन भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में जबलपुर को व्यापार और व्यवसाय की दृष्टि से समृद्ध क्षेत्र बताते हुये कहा कि जबलपुर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में निवेश के बड़े प्रस्तावों के साथ-साथ इस स्थानीय उद्योगों की कठिनाइयों और विस्तार की संभावनाओं पर भी चर्चा की जायेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए कई बदलाव भी किये है। सरकार चाहती है कि प्रदेश में उपलब्ध कच्चा माल से उत्पाद तैयार करने की इकाईयां भी यहां लगे। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से नये उद्यमियों को भी अच्छा प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने और बड़े निवेश लाने जबलपुर के बाद ग्वालियर, रीवा और सागर में भी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की जायेगी तथा भोपाल में इंटरनेशनल लेवल पर सर्किट का आयोजन किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर और स्टार्टअप के साथ भी एक अलग कार्यक्रम आयोजित करने पर सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने बैठक में जबलपुर में आयोजित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के लिए की गई तैयारियों की सराहना करते हुये कहा कि कॉन्क्लेव से निवेश के ठोस प्रस्ताव सामने आयेंगे और इस क्षेत्र के साथ- साथ प्रदेश के विकास को भी गति मिलेगी।
बैठक में खजुराहो के सांसद वीडी शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुये जबलपुर और महाकौशल क्षेत्र में एग्रो इंडस्ट्री की अच्छी संभावनायें बताई। उन्होंने कहा कि कोशिश हो कि यहां उपलब्ध कच्चे माल के अनुरूप इकाईयों की स्थापना भी हो। शर्मा ने जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन को संपूर्ण विकास की ओर ले जाने का मुख्यमंत्री की नई सोच का परिणाम बताया। यह मध्यप्रदेश के संपूर्ण विकास के विजन को भी पूरा करेगी। उन्होंने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से स्थानीय नागरिकों को जोड़े जाने पर भी जोर दिया, ताकि उनमें भी इस आयोजन से लगाव पैदा हो।
सांसद आशीष दुबे ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन करने के निर्णय को जबलपुर और महाकौशल क्षेत्र की तरक्की को चार-चांद लगाने जा रही है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि जबलपुर भूमि अत्यंत उपजाऊ है। यहां एग्रोइंडस्ट्री के क्षेत्र में काफी संभावनायें है। सांसद दुबे ने रेडीमेड गारमेड्स के क्षेत्र को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हुये डिफेंस के क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को आकर्षित करने की जरूरत भी बताई।
महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन को लेकर अच्छा उत्साह का वातावरण बना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के इस सार्थक प्रयासों से निश्चित ही जबलपुर तेजी से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि जबलपुर देश के केन्द्र में स्थापित है इसलिये यहां सेमी कंडक्टर इकाई की स्थापना के प्रयास होने चाहिए।
महापौर ने जबलपुर में बड़े हॉस्पिटल और ऐजुकेशन सेक्टर पर निवेश की अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने जबलपुर में एयरोप्लेन पार्किंग की संभावना भी व्यक्त की। विधायक अशोक रोहाणी ने बैठक में जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार जताते हुये यह आयोजन जबलपुर में समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनियों को जबलपुर में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। विधायक सुशील तिवारी इंदु ने बैठक में डेयरी सेक्टर में निवेश की असीम संभावनायें बताई।
विधायक नीरज सिंह ने मटर के उत्पादन में जबलपुर को अग्रणी बताते हुये फूड प्रोसेसिंग इकाई और फूड पार्क की स्थापना की आवश्यकता बताई। बैठक के प्रारंभ में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन की रूपरेखा पर पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन दिया गया। बताया गया कि सेक्टोरल प्रेजेंटेशन, वन-टू-वन बैठक और बायर-सेलर मीट के अलावा कॉन्क्लेव में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 64 इकाईयों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी किया जायेगा।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बैठक में बताया कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर सभी हितधारकों के साथ और सेक्टोरल बैठक आयोजित की जा चुकी है। सक्सेना ने कहा कि जबलपुर में इस आयोजन को लेकर अच्छा उत्साह है और जनप्रतिनिधियों से भी इस आयोजन को बेहतर बनाने में अच्छा सहयोग मिल रहा है।