जबलपुर (Jabalpur )। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना (Jabalpur Collector Deepak Saxena) के बेटे अमोल सक्सेना (Son Amol Saxena) का सोमवार को गमगीन माहौल में यहां ग्वारीघाट मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके चचेरे भाई अर्पित सक्सेना ने अमोल की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में मंत्री राकेश सिंह, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री अजय विश्नोई, पूर्व विधायक संजय यादव, प्रभारी कलेक्टर अनय द्विवेदी और एसपी आदित्य प्रताप सिंह समेत पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी शामिल हुए।
21 वर्षीय अमोल दिल्ली में फिल्म स्टडीज का कोर्स कर रहे थे। शनिवार को उनकी तबीयत खराब हो गई थी। रविवार को उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। रविवार को दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था। सोमवार शाम को अमोल का शव दिल्ली से एयर एंबुलेंस के जरिए जबलपुर लाया गया। यहां कलेक्टर के सिविल लाइन स्थित बंगले पर अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जमघट लगा रहा। इसके बाद कलेक्टर के बंगले से अमोल की अंतिम यात्रा निकाली गई। अंतिम यात्रा में शामिल समाज के सभी वर्गों ने नम आंखों से अमोल को अंतिम विदाई दी। इसके बाद गौरी घाट मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
कलेक्टर दीपक सक्सेना जबलपुर में मां गंगादेवी सक्सेना, पत्नी रचना सक्सेना के साथ रहते हैं। बेटी दर्शिम सक्सेना भी दिल्ली में पढ़ाई कर रही हैं। एक महीने से वे जबलपुर में मां-पिता के साथ हैं। अमोल की मौत हीट स्ट्रोक से होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि अमोल का निधन कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ है।