मुरैना। अल सुबह से रूक-रूक कर हो रही वर्षा को सभी फसलों के लिये अमृत समान उत्तम बताया जा रहा है। इस वर्षा के बावजूद भी सोमवार सुबह का न्यूनतम तापमान एक डिग्री बढक़र 10 डिग्री पर पहुंच गया। बीते 24 घंटों में मात्र 03 मिमी वर्षा राजमाता विजयाराजे सिंधिया आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र पर दर्ज की गई है। इस वर्षा का पूर्वानुमान बीते सप्ताह से ही था। उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्र में यह वर्षा देखी गई है। हालांकि बीते 24 घंटों में सर्दी का प्रभाव बढ़ता हुआ महसूस नहीं किया गया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार विगत दिवस से ही आसमान पर छाये बादल बूंदाबांदी कर यह संकेत दे रहे थे कि वर्षा हो सकती है। सोमवार सुबह 4 बजे से रूक-रूककर धीमी गति से वर्षा दोपहर तक होती रही। इस दौरान लगभग 05 से 07 मिमी वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है। इस वर्षा के कारण सर्दी तो नहीं बढ़ी, लेकिन आम लोगों को घरों पर रहने के लिये मजबूर कर दिया है।
स्कूल व शासकीय कार्यालयों में इसका बढ़ा प्रभाव देखा गया है। वहीं वर्षा का बढ़ा लाभ गेहूं व सरसों को मिलेगा। इन फसलों में किसानों द्वारा किये जाने वाली सिंचाई अब नहीं करनी पडेगी। इसी तरह चना व आलू को भी यह पानी उत्तर बताया जा रहा है। वर्षा के बावजूद भी न्यूनतम तापमान का बढऩा बादलों के कारण है। आसमान पर छाये घने बादल से सर्दी से आंशिक राहत मिली है। यह वर्षा देर रात तक होने की संभावना है। हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान में 31 जनवरी को वर्षा न होना बताया गया है।