– मुख्यमंत्री ने राजदूत गोलमेज में सहभागी राष्ट्रों को प्रवासी भारतीय दिवस और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए किया आमंत्रित
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि मध्यप्रदेश निवेश के लिए आइडियल स्टेट है, जिसमें उद्योग स्थापित करने सकारात्मक वातावरण उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को दिल्ली में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 (Global Investors Summit 2023) के कर्टेन रेजर और राजदूत गोलमेज के दौरान यह बात कही। उन्होंने सहभागी राष्ट्रों को उनके राजदूत और दूतावास के अधिकारियों के माध्यम से 7 से 9 जनवरी 2023 तक इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Overseas Indian Conference) और 11-12 जनवरी 2023 को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में सहभागिता और प्रदेश में निवेश के लिए भी आमंत्रित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एक इन्वेस्ट मध्यप्रदेश पोर्टल का अनावरण भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा के साथ 5 हजार साल के ज्ञात इतिहास में भारत ने सारी दुनिया को एक परिवार माना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व कल्याण में भारत अपना योगदान दे रहा है।
उन्होंने उपस्थित राजनयिकों को प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में शरबती गेहूँ और बासमती चावल जैसा गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादन होता है। मध्यप्रदेश सर्वाधिक जैविक खेती वाला प्रदेश है, जो अब प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ रहा है। प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण की अपार संभावनाएँ हैं।
उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के दौरान मध्यप्रदेश में निर्मित दवाइयाँ कई देशों में भेजी गई थी। प्रदेश में वस्त्र और रेडीमेड गारमेंट, माइनिंग, आईटी और पर्यटन क्षेत्र में काफी संभावनाएँ हैं और प्रत्येक सेक्टर के लिए मध्यप्रदेश ने एक अलग नीति बनाई है। प्रदेश में 1 लाख 22 हज़ार एकड़ का लैंड बैंक उपलब्ध है, जिसका त्वरित आवंटन किया जाता है। मध्यप्रदेश में परिवहन और ऊर्जा अधो-संरचना का उत्तम विकास हुआ है। मध्यप्रदेश में श्रम कानून में सुधार लाया गया है। निवेश प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए एकल खिड़की व्यवस्था स्थापित की गई है।
कार्यक्रम में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि मध्यप्रदेश में इन्वेस्टर फ्रेंडली नीतियाँ है। प्रदेश में सभी सहभागी राष्ट्रों के लिए फार्मा, ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए अवसर उपलब्ध हैं। राउंडटेबल में नेपाल, जापान, ब्राजील, फिजी, हंगरी, चेक गणराज्य, म्यांमार, थाइलैण्ड, वियतनाम, फिनलैंड जैसे सहभागी राष्ट्रों के राजनयिक सम्मिलित हुए।
इस मौके पर औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला ने सहभागी राष्ट्रों को प्रदेश द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं संबंधी प्रेजेंटेशन से जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, उद्योग आयुक्त पी. नरहरि, केंद्रीय उद्योग संवर्धन और अंतरिक व्यापार विभाग के सचिव अनुराग जैन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। (एजेंसी, हि.स.)