नई दिल्ली। ट्विटर ने भारत में कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के नए मालिक एलन मस्क ने 44 बिलियन अमरीकी डॉलर में ट्विटर के अधिग्रहण को अपरिहार्य बनाने और मंदी के असर से कंपनी को बचाने के लिए वैश्विक स्तर पर छंटनी के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, ट्विटर ने भारत में अपने ज्यादातर कर्मचारियों को निकाल दिया है। इस छंटनी से पहले भारत में कंपनी के 200 से अधिक कर्मचारी काम रहे थे। इस बीच शीर्ष प्रबंधन के कई लोगों ने इस्तीफा दे दिया।
सूत्रों की मानें तो इंजीनियरिंग, बिक्री, विपणन और संचार टीमों में छंटनी की गई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत में नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को क्षतिपूर्ति के तौर पर कितना भुगतान किया गया है। कहा यह भी जा रहा है कि भारत में पूरे मार्केटिंग (विपणन) और संचार (कम्यूनिकेशन) विभाग को बर्खास्त कर दिया गया है।
इस बीच मस्क ने कंपनी की आय में कमी के लिए एक्टिविस्ट को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने ट्वीट किया कि एक्टिविस्ट समूह ने विज्ञापनदाताओं पर भारी दबाव बनाया, जिससे ट्विटर की आय में भारी कमी हुई। यहां तक कि सामग्री की निगरानी से भी कुछ नहीं बदला। हमने एक्टिविस्ट को खुद करने के लिए सबकुछ किया। वे अमेरिका में अभिव्यकित की आजादी को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं।
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी मस्क ने पिछले हफ्ते माइक्रो ब्लॉगिंग साइट का अधिग्रहण पूरा करते ही कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल और कई अन्य शीर्ष अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके बाद शीर्ष प्रबंधन स्तर पर भी कई लोगों को बाहर किया गया। मस्क ने अब कंपनी के वैश्विक कार्यबल को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर अभ्यास शुरू कर दिया है।
भारत में छंटनी शुरू
ट्विटर इंडिया के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि छंटनी शुरू हो गई है। मेरे कुछ सहयोगियों को इस बारे में ईमेल से सूचना मिली है। एक अन्य सूत्र ने कहा कि छंटनी ने भारत में ट्विटर टीम के महत्वपूर्ण हिस्से को प्रभावित किया है। ट्विटर इंडिया ने इस संबंध में ईमेल के जरिए किए गए सवालों का जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में ट्विटर के मार्केटिंग व कम्युनिकेशन विभाग को पूरी तरह से बर्खास्त कर दिया गया है।
75 प्रतिशत तक की कमी करने की तैयारी
मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण से पहले ही इस तरह की चर्चा थी कि वह सोशल मीडिया कंपनी में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगे। कुछ खबरों में तो यहां तक कहा गया है कि वह कर्मचारियों की संख्या में 75 प्रतिशत तक की कमी करेंगे।