मुम्बई। भारतीय क्रिकेट टीम ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को 5 विकेट से हराकर 3 मैचों की सीरीज में बढ़त बना ली है। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मिचेल मार्श के अर्धशतक (81) के बावजूद सभी विकेट खोकर 188 रन बनाए। जवाब में भारत ने केएल राहुल (75*) और रविंद्र जडेजा (45*) की पारियों की मदद से लक्ष्य हासिल किया।
ऑस्ट्रेलिया को ट्रेविस हेड (5) के रूप में पहला झटका लग गया। इसके बाद मिचेल मार्श को छोड़कर अन्य बल्लेबाजों ने निराश किया। लगातार गिर रहे विकेटों के बीच मार्श ने 81 रन की पारी खेली। भारत से सिराज और शमी ने 3-3 विकेट हासिल किए। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 83 के स्कोर तक 5 विकेट गंवा दिए। मुश्किल घड़ी में केएल राहुल और रविंद्र जडेजा ने शतकीय साझेदारी करके 40वें ओवर में जीत दिलाई।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से ओपनिंग करने आए मिचेल मार्श ने 51 गेंदों में अपने वनडे करियर का 14वां अर्धशतक पूरा किया। यह ओपनिंग करते हुए वनडे क्रिकेट में उनका पहला अर्धशतक बन गया है। उन्होंने शुरुआत से ही अच्छी रन गति से बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों की खूब पिटाई की। अच्छी बल्लेबाजी कर रहे मार्श 65 गेंदों में 81 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और 5 छक्के लगाए।
शमी ने कुल 6 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 17 रन देते हुए 3 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 वनडे मैचों में 32.65 की औसत से 32 विकेट ले लिए हैं। शमी अब वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए संयुक्त रूप से चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। वह कपिल देव (45), अजीत अगरकर (36) और जवागल श्रीनाथ (33) से पीछे हैं। उन्होंने हरभजन सिंह (32) की बराबरी की है।
मैच के शुरुआती ओवरों में सिराज ने ट्रेविस हेड को पवेलियन भेजा। इसी के साथ उन्होंने पावरप्ले के ओवरों (वनडे) में उम्दा प्रदर्शन जारी रखा है। उन्होंने 29 रन देते हुए 3 विकेट लिए। सिराज 2022 के बाद से वनडे मैचों में पावरप्ले के ओवरों में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 2022 की शुरुआत से 21 वनडे मैच खेले हैं और इस दौरान 26 पावरप्ले विकेट लिए हैं।
मुश्किल घड़ी में बल्लेबाजी के लिए आए राहुल ने शुरुआत में धीमी बल्लेबाजी की। उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 73 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। यह उनके वनडे करियर का 13वां अर्धशतक लगाया। उन्होंने 91 गेंदों में नाबाद 75 रन बनाए। उन्होंने अंत तक बल्लेबाजी करते हुए टीम की जीत सुनिश्चित की। अपनी पारी के दौरान उन्होंने रनों के मामले में मोहिंदर अमरनाथ (1,924) को पीछे छोड़ दिया है।
टेस्ट सीरीज में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले रविंद्र जडेजा ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से जीत में अहम भूमिका निभाई। जब भारत ने 83 के स्कोर पर हार्दिक का विकेट खोया था, तब जडेजा क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। उन्होंने राहुल के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी करके जीत दिला दी। इससे पहले गेंदबाजी में उन्होंने 46 रन देते हुए 2 विकेट लिए थे। जडेजा ने 69 गेंदों में नाबाद 45 रन की पारी खेली।
भारतीय टीम को वानखेड़े स्टेडियम में 11 साल बाद किसी वनडे मैच में जीत मिली है। टीम को इस मैदान पर आखिरी जीत साल 2011 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ मिली थी। उसके बाद 2015 में भारत को यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 214 रन, साल 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 6 विकेट और साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 विकेट से हार मिली थी। उस मैच में डेविड वार्नर और आरोन फिंच दोनों ने शतक जड़े थे।
इस मैच में जडेजा को मैन ऑफ द मैच अवार्ड मिला है। इसी के साथ वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट, वनडे और टी-20 मैचों में यह अवार्ड हासिल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले यह उपलब्धि केवल विराट कोहली के पास थी।