नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अलीपोव ने कहा कि रूस कभी कुछ ऐसा नहीं करेगा, जिससे भारत को नुकसान हो। उन्होंने भारत-चीन के तल्ख रिश्तों पर भी अपना रूस का रखा। उन्होंने कहा कि रूस चाहता है कि भारत और चीन के संबंध सामान्य हों। यह न केवल एशियाई सुरक्षा बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी अहम होगा। वैश्विक स्तर पर इसके कई अनुकूल परिणाम निकलेंगे। लेकिन भारत-चीन संबंधों में सुधार अमेरिका के लिए आपदा की तरह होगा।
उन्होंने दावा कि रूस कच्चे तेल पर पश्चिमी देशों के प्राइस कैप के बावजूद भारत को तेल की सप्लाई करता रहेगा। साथ ही निर्यात का स्तर बनाए रखेगा।
उधर, अमेरिका के यूरोपीय और यूरेशियाई राज्य मामलों की अतिरिक्त सचिव कैरेन डॉनफ्राइड ने कहा कि भारत के रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका को कोई आपत्ति नहीं है। हम भारत के कदमों से पूरी तरह संतुष्ट हैं। अमेरिका की इसे लेकर नई दिल्ली पर किसी प्रतिबंध की कोई योजना नहीं है। हिस