नई दिल्ली (New Delhi)। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) (International Monetary Fund (IMF)) के कार्यकारी निदेशक (Executive Director) और भारत सरकार (India Government) के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार (former Chief Economic Advisor) केवी सुब्रमण्यम (KV Subramaniam) ने नवंबर में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर (India’s gross domestic product (GDP) growth rate) और वस्तु एवं सेवा कर संग्रह (goods and services tax collections) की सराहना की है।
सुब्रमण्यम ने शनिवार को मीडिया से कहा, मैं चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में 7.6 फीसदी की जीडीपी वृद्धि को देखकर बहुत संतुष्ट हूं। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 7.2 फीसदी की वृद्धि और पहली तिमाही में 7.8 फीसदी की वृद्धि के बाद आया है। साल की पहली छमाही में अर्थव्यवस्था 7.7 फीसदी की दर से बढ़ी है, जो एक वैश्विक अर्थव्यवस्था में मौजूद बाधाओं के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए शानदार प्रदर्शन है।
सुब्रमण्यम ने नवंबर 2023 में भारत के प्रभावशाली जीएसटी संग्रह की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगले डेढ़ से दो साल के भीतर जीएसटी संग्रह प्रति माह दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय भारत सरकार की ओर से लागू की गई ठोस कर नीतियों को दिया। गौरतलब है कि नवंबर में जीएसटी संग्रह 1,67,929 लाख करोड़ रुपये रहा है।