नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी (Country’s second largest carmaker) हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (Hyundai Motor India Limited) अगले हफ्ते 7 अक्टूबर को मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) (Market regulator Securities and Exchange Board of India (SEBI) के पास अपने आईपीओ के लिए अपडेट ड्राफ्ट फाइल कर सकती है। माना जा रहा है कि अपडेट ड्राफ्ट में कंपनी अपने प्रस्तावित इश्यू के साइज, वैल्यू और टाइमिंग जैसे डिटेल में बदलाव कर सकती है।
अभी तक की खबरों के मुताबिक हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड 14 अक्टूबर को 25 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर सकती है। इसकी क्लोजिंग 16 अक्टूबर को हो सकती है। अगर आईपीओ के साइज में अपडेट ड्राफ्ट में बदलाव नहीं किया गया तो ये आईपीओ देश में अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। इसके पहले भारतीय जीवन बीमा निगम ने 2022 में 21 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लॉन्च किया था, जो अभी तक का देश का सबसे बड़ा आईपीओ है।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने सेबी के पास अपने आईपीओ के लिए जो ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया है, उसके मुताबिक कंपनी आईपीओ के जरिए 14,21,94,700 शेयरों को ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के लिए पेश करेगी। इसके अतिरिक्त कोई नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। आपको बता दें कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने 15 जून को मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास अपना डीआरएचपी जमा कराया था। इसके बाद सेबी की ओर से कंपनी को आईपीओ के लिए मंजूरी मिल गई है।
इस आईपीओ के जरिए हुंडई मोटर इंडिया 17.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है। बताया जा रहा है कि इस आईपीओ में निवेश करने के लिए कई ऐसेट मैनेजर्स, पेंशन फंड्स, बीमा कंपनियों और सॉवरेन वेल्थ फंड समेत कई विदेशी संस्थागत निवेशकों तथा घरेलू संस्थागत निवेशकों ने अपने दिलचस्पी दिखाई है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के आईपीओ को निवेशकों की ओर से जोरदार रिस्पॉन्स मिल सकता है। हालांकि अगर आईपीओ लॉन्चिंग के समय मिडिल ईस्ट का तनाव बना रहा और विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार से पैसा निकालने का क्रम जारी रहा, तो इससे हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के आईपीओ पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।