नई दिल्ली (New Delhi)। अंतरिम केंद्रीय बजट 2024 (Interim Union Budget 2024) से पहले सरकार का खजाना (Government treasury.) भर गया है। जनवरी महीने में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह (Goods and Services Tax (GST) revenue collection ) सालाना आधार पर 10.4 फीसदी (increased by 10.4 percent on annual basis ) बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपये (crossed Rs 1.72 lakh crore) के पार पहुंच गया है। यह किसी महीने में अबतक का दूसरा बड़ा जीएसटी राजस्व संग्रह है।
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि जनवरी में जीएसटी राजस्व संग्रह सालाना आधार पर 10.4 फीसदी बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपये के पार रहा। इससे पिछले महीने दिसंबर, 2023 में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.64 लाख करोड़ रुपये था। यह किसी महीने में अबतक का दूसरा बड़ा जीएसटी संग्रह है। वहीं, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में तीन महीने ऐसे रहे, जब जीएसटी राजस्व संग्रह 1.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा।
मंत्रालय के मुताबिक जनवरी, 2024 में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,72,129 करोड़ रहा है। इसमें सीजीएसटी 43,552 करोड़ रुपये रहा। वहीं, एसजीएसटी 37,257 करोड़ रुपये रहा है। मंत्रालय ने कहा कि जनवरी में आज शाम पांच बजे तक जमा सकल जीएसटी राजस्व 1,72,129 करोड़ रुपये है, जो जनवरी 2023 में एकत्रित 1,55,922 करोड़ रुपये के राजस्व से 10.4 फीसदी अधिक है।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल, 2023 से जनवरी 2024 के दौरान कुल सकल जीएसटी राजस्व संग्रह सालाना आधार पर 11.6 फीसदी बढ़ा है। मंत्रालय के मुताबिक इन 10 महीनों में यह आंकड़ा एक साल पहले के 14.96 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 16.69 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। गौरतलब है कि अप्रैल 2023 में अब तक का सबसे अधिक मासिक जीएसटी राजस्व संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया था।