Saturday, November 16"खबर जो असर करे"

रिवॉल्व की गोली से घायल होने की घटना पर गोविंदा ने तोड़ी चुप्पी, बताया क्यों रखी थी रिवॉल्वर

मुंबई। गोविंदा को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। मंगलवार को उनके पैर पर गोली लग गई थी जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती थे और अब वह घर आ गए हैं। घर आने के बाद अब गोविंदा ने बताया कि उस दिन कब क्या हुआ। इसके अलावा गोविंदा ने यह भी बताया कि आखिर उन्हें लोडेड रिवॉल्वर रखने की जरूरत क्यों पड़ गई थी। गोविंदा ने यह भी कहा कि इस हादसे को किसी से जोड़ने की जरूरत नहीं है।

क्या हुआ था उस दिन
गोविंदा ने कहा कि शुरुआत में मुझे विश्वास नहीं हुआ कि ऐसा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘थोड़ा गहरा लग गया था, जब लगा तब विश्वास नहीं हुआ। ऐसा लगा कि ये क्या हो गया।’ एक्टर ने बताया कि जब यह घटना हुई, तब वह अकेले थे और सुबह के 4.45 से पांच बजे के बीच की घटना है। उस समय एक्टर कोलकाता के लिए निकल रहे थे।

गोविंदा ने बताया, ‘कोलकाता में शो के लिए निकलने के लिए मैं तैयार हो रहा था। सुबह लगभग पौने पांच से पांच बजे के बीच का बजे थे, वो गिरी और चल पड़ी। मुझे झटका लगा और जब मैंने देखा तो खून का फव्वारा दिखाई दिया। मुझे लगा कि इस घटना को किसी और से नहीं जोड़ना चाहिए और न ही दूसरे को परेशान करना चाहिए, इसलिए कुछ वीडियो बनाए और फिर डॉ अग्रवाल के पास गया। वे हमारे साथ आए और मुझे क्रिटी केयर अस्पताल ले जाया गया।’

क्यों जरूरत पड़ी रिवॉल्वर रखने की
गोविंदा से पूछा गया कि आखिर उन्हें लोडेड रिवॉल्वर रखने की जरूरत क्यों पड़ गई, तो इस पर एक्टर ने जवाब दिया कि जब आप तैयार होते हो सुबह तो आपको लगता है सब सही हो रहा है। मैं थोड़ा सा मस्त रहा करता हूं तो मुझे लगा कुछ गलत नहीं है। मैं थोड़ा सहज हूं। मुझे नहीं पता था कि ऐसा कुछ होगा। लेकिन हमें ध्यान रखना चाहिए। मैं आशा करता हूं कि फिर किसी के साथ ऐसा ना हो। सबको इससे बड़ी सीख लेनी चाहिए।

हादसे को किसी से जोड़ने से किया मना
रिवॉल्वर रखने पर गोविंदा ने कहा, ‘फेम ही फ्लेम है यानी फेम ही आग है और आपको ध्यान रखना चाहिए जब आग होती है आपके आस-पास। जब आप सक्सेसफु होते हैं तो वो एक आग की तरह हो जाता है। जब आपको कई लोग पसंद करते हैं वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जो आपसे जलन महसूस करते हैं। लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि इस इंसिडेंट से किसी को अटैच्ड नहीं करना चाहिए। कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।’