नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि सरकार के लिए महंगाई ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं (inflation is not important) है, क्योंकि यह अब कम हो गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता अब रोजगार सृजन (Employment Generation) और आय वितरण (Income Distribution) है। निर्मला सीतारमण ने बुधवार को यहां यूएसआईबीसी इंडिया आइडियाज समिट को संबोधित करते हुए यह बात कही।
वित्त मंत्री ने समिट का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि भारत इस चुनौतीपूर्ण वक्त में जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, जब वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बुरी तरह प्रभावित है और भू-राजनीतिक समीकरण अस्थिर हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में अनिश्चितता केंद्र सरकार के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध की वजह से कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और कोयले की उपलब्धता पर अनिश्चितता कायम है।
सीतारमण ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत को भी वैश्विक अनिश्चितताओं और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के कारण निकट भविष्य में कोयले पर अधिक निर्भर रहना होगा। उन्होंने कहा कि भारत की अक्षय ऊर्जा योजना को झटका लगा है। ऐसे में कोयले की निर्भरता कम करने और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा संसाधनों की ओर लौटने के लिए उपकरणों की जरूरत है।
नीतिगत मुद्दों पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) को और मजबूत बनाने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार डेटा संरक्षण विधेयक लाने की इच्छुक है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बहुत लगन से काम कर रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि नया बिल जल्द तैयार हो जाएगा। दरअसल, अश्विनी वैष्णव ने एक दिन पहले कहा था कि केंद्र जल्द ही बिल का नया स्वरूप लाएगा। (एजेंसी, हि.स.)