
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में तूफानी तेजी के साथ ही सोना ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज एक बार फिर ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड कायम किया है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में जारी उतार-चढ़ाव के कारण सोने के भाव में तेजी लगातार जारी है, जिसकी वजह से आज ये चमकीली धातु 3,200 डॉलर प्रति औंस के स्तर को भी पार कर गई। इंट्रा-डे में सोना 3,234.49 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंच गया। सोना इसके पहले कभी भी इस ऊंचाई तक नहीं पहुंचा है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर जो सख्त रुख अपनाया है, उसकी वजह से चीन और अमेरिका के बीच टकराव बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। दुनिया की दो आर्थिक महाशक्तियों के बीच ट्रेड वॉर की आशंका के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। इसी वजह से निवेशक सेफ इन्वेस्टमेंट के रूप में सोने में जमकर खरीदारी कर रहे हैं, जिससे उसकी मांग में तेजी आ गई है।
कैपेक्स गोल्ड एंड इन्वेस्टमेंट्स के सीईओ राजीव दत्ता का कहना है कि सोने के भाव में आने वाले दिनों में भी तेजी जारी रह सकती है। इसकी एक बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर के भाव में आई कमजोरी भी है। डॉलर की कमजोरी इस बात का संकेत है कि अमेरिकी एसेट्स से पैसे की निकासी हो रही है और उसका दूसरे एसेट्स में निवेश हो रहा है। इसके साथ ही अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी को लेकर जिस तरह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अपने फैसलों में बदलाव कर रहे हैं, उसकी वजह से भी अनिश्चितता की स्थिति बढ़ती जा रही है। इसके कारण स्टॉक और बॉन्ड्स में लगातार बिकवाली हो रही है। इसका एक परिणाम डॉलर इंडेक्स की कमजोरी के रूप में भी देखा जा सकता है। राजीव दत्ता के अनुसार डॉलर के भाव में कमजोरी आने पर किसी दूसरी मजबूत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा में सोने की खरीदारी करना तुलनात्मक तौर पर सस्ता पड़ता है। इस वजह से भी जब डॉलर की कीमत घटती है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की डिमांड में तेजी आ जाती है, जिसका असर सोने की कीमत में बढ़ोतरी के रूप में नजर आता है।