Friday, September 20"खबर जो असर करे"

जी-20 की बैठक में भारत ने क्रिप्टो के नियमन पर दस्तावेज तैयार करने का रखा प्रस्ताव

– आईएमएफ और एफएसबी मिलकर तैयार करें क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर तकनीकी दस्तावेज

नई दिल्ली (New Delhi)। जी-20 देशों के अध्यक्ष (President of G-20 countries) भारत (India) ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) (International Monetary Fund (IMF)) और वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी) (Financial Stability Board (FSB)) को क्रिप्टो परिसंपत्तियों (crypto assets) पर तकनीकी दस्तावेज मिलकर तैयार करने को कहा है, ताकि इसका इस्तेमाल समन्वित और समग्र नीति बनाने में किया जा सके।

बेंगलुरु में जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की चल रही पहली बैठक में यह मांग रखी गई है। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में बताया कि नीतिगत ढांचे की आवश्यकता पर चल रही बातचीत को पूरा करने के लिए भारत की अध्यक्षता में जी-20 ने आईएमएफ और एफएसबी के संयुक्त तकनीकी दस्तावेज तैयार करने का प्रस्ताव दिया है, जो क्रिप्टो-परिसंपत्तियों के व्यापक आर्थिक और विनियामक मामलों को देखेगा।

भारत की इस मांग से क्रिप्टो संपत्तियों को लेकर समन्वित और समग्र नीति बनाने में मदद मिलेगी। भारत का मानना है कि क्रिप्टो मुद्राओं के वर्चुअल परिसंपत्ति होने से इसका समुचित नियमन अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बगैर नहीं किया जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आईएमएफ और एफएसबी को एक तकनीकी दस्तावेज तैयार करने को कहा गया है। भारत का कहना है कि वित्तीय क्षेत्र में बदलाव, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और वित्तीय बाजार की दक्षता में सुधार करके इस लक्ष्य को हासिल करने में डिजिटल तकनीक अहम भूमिका निभा रही है। (एजेंसी, हि.स.)