नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister of Commerce and Industry Piyush Goyal) ने कहा कि देश का निर्यात (country’s exports) बीते वित्त वर्ष 2022-23 में 447 अरब डॉलर (447 billion dollars in the year 2022-23) तक पहुंच गया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि ये आंकड़े अंतिम नहीं हैं, अंतिम आंकड़ों का इंतजार है। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत के विकसित राष्ट्र बनने में लॉजिस्टिक्स नीति निर्माण का केंद्र बन गया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने मंगलवार को यहां एक्सप्रेस डिलीवरी सेवाओं पर रिपोर्ट जारी करते हुए यह बात कही। गोयल ने कहा कि लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी के माध्यम से दक्षता का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवीन विचारों से सेवाओं के एक्सप्रेस डिलीवरी में बदलाव आया है। गोयल ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के निर्यात और आयात के अंतिम आंकड़े अप्रैल मध्य तक जारी होंगे।
गोयल ने कहा कि बीते वित्त वर्ष 2022-23 में सेवाओं का निर्यात 320 अरब डॉलर को पार करने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान वस्तुओं का निर्यात लगभग छह फीसदी की वृद्धि के साथ 447 अरब डॉलर रहेगा। गोयल ने कहा कि अंतिम आंकड़ों का हमें अभी इंतजार है। इससे पिछले वित्त वर्ष में निर्यात 422 अरब डॉलर रहा था। उन्होंने कहा कि कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि, गेहूं जैसे कुछ उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद देश का निर्यात बढ़ रहा है।
अपने संबोधन में गोयल ने कहा कि अंतिम आंकड़ा (वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात) 765 अरब डॉलर के करीब होगा। उन्होंने कहा मुझे आश्चर्य नहीं होगा, यदि हम वास्तव में 772 अरब डॉलर को पार कर जाएं। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि 2030 तक 2,000 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य तय करते समय वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 772 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा था। ऐसे में अगर आंकड़े 772 अरब डॉलर के स्तर को पार करते हैं, तो शायद मैं 2,000 अरब डॉलर के लक्ष्य को भी बदल दूंगा।
उल्लेखनीय है कि वस्तुओं के लिए व्यापार के आंकड़े लगभग 15 दिन के अंतराल पर आते हैं, जबकि सेवाओं के मामले में यह अंतराल 45 दिन का रहता है। (एजेंसी, हि.स.)