लुसैल। 21 वर्षीय गोंकालो रामोस की हैट्रिक और पेपे, राफेल गुएरेइरो और राफेल लीओ के 1-1 गोल की बदौलत पुर्तगाल ने स्विट्जरलैंड को 6-1 से हराकर फीफा विश्व कप क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
मैच की शुरुआत में पुर्तगाल के स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो बेंच पर थे। दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपने पक्ष के पिछले मैच के दौरान उन्हें स्थानापन्न किए जाने से नाराज रोनाल्डो ने इस मैच में न खेलना का निर्णय लिया था।
मैच में पुर्तगाल ने बेहतरीन शुरुआत की और 17वें मिनट में गोंकालो रामोस, जिन्होंने रोनाल्डो की जगह ली थी, जोआओ फेलिक्स के पास का अच्छा इस्तेमाल करते हुए शानदार गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिला दी।
इसके बाद मैच के 33वें मिनट में पेपे ने हेडर के जरिए शानदार गोल कर पुर्तगाल की बढ़त को दोगुना कर दिया। इसके साथ ही वह विश्व कप नॉकआउट चरणों में सबसे उम्रदराज स्कोरर बन गए।
हाफ टिम तक पुर्तगाल 2-0 से आगे रहा। दूसरे हाफ में भी पुर्तगाल ने आक्रमण जारी रखा। मैच के 51वें मिनट में रामोस ने मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए पुर्तगाल की बढ़त 3-0 कर दी।
पेपे और फेलिक्स ने पुर्तगाल के लिए कुछ और मौके बनाए, लेकिन 56वें मिनट में राफेल गुएरेरो ने गोल कर अपनी टीम की बढ़त को 4-0 कर दिया। इस गोल के 2 मिनट बाद 58वें मिनट में स्विटजरलैंड ने मैनुएल अकांजी के गोल की बदौलत अपना खाता खोला और स्कोर 4-1 हो गया।
मैच का सबसे उल्लेखनीय क्षण 67वें मिनट में आया, जब रामोस ने गोल कर न केवल अपनी हैट्रिक पूरी की बल्कि पुर्तगाल की बढ़त 5-1 कर दी। रामोस की हैट्रिक टूर्नामेंट के 2022 संस्करण की पहली हैट्रिक थी।
अतिरिक्त समय में राफेल लीओ ने एक बेहतरीन गोल कर पुर्तगाल को 6-1 से आगे कर दिया और यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ।
स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में हराकर मोरक्को पहली बार क्वार्टर फाइनल में
मोरक्को ने फीफा विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में बड़ा उलटफेर करते हुए मंगलवार को यहां 2010 की चैंपियन स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 3-0 से हराकर अंतिम आठ में जगह पक्की की। विश्व कप के इतिहास में यह मोरक्को का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टीम ने इससे पहले 1986 में प्री-क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया। नियमित और फिर अतिरिक्त समय में मैच गोल रहित छूटने के बाद पेनल्टी शूटआउट में मोरक्को के गोलकीपर यासिन बोनो ने कमाल की एकाग्रता दिखाते हुए शानदार बचाव किए।
शूटआउट में अब्देलहामिद सबीरी, हकीम जियेच और अशरफ हकीमी ने मोरक्को के लिए गोल किए जबकि बद्र बेनौन चूक गए। स्पेन के पाब्लो सराबिया का पेनल्टी शॉट गोल पोस्ट से टकराया जबकि कार्लोस सोलेर और कप्तान सर्जियो बुसकेट्स के कीक पर मोरक्को के गोलकीपर बोनो ने शानदार बचाव किए। एजुकेशन सिटी स्टेडियम में हकीमी ने जैसे ही मैच का निर्णायक गोल किया, स्टेडियम में मौजूद मोरक्को के प्रशंसकों को झूमने का मौका दे दिया।
टीम के खिलाड़ियों ने इसके बाद गोलकीपर बोनो को हवा में उछाल कर अपनी खुशी का इजहार किया। अंतिम आठ में मोरक्को का सामना पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड के बीच होने वाले दिन के दूसरे प्री-क्वार्टर फाइनल मैच के विजेता से होगा। मोरक्को यूरोप या दक्षिण अमेरिका के बाहर से क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली एकमात्र टीम है। दोनों टीमों के बीच यह चौथा मुकाबला था और मोरक्को की टीम पहली बार स्पेन को हराने में सफल रही। इससे पहले तीन मुकाबलों में से स्पेन ने दो में जीत दर्ज की जबकि एक ड्रॉ रहा।
स्पेन की टीम लगातार दूसरी बार विश्व कप के प्री-क्वार्टर फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में हारकर बाहर हुई है। पिछली बार (2018) उसे मेजबान रूस ने हराया था। बड़े टूर्नामेंट में यह लगातार पांचवीं बार था जब स्पेन नॉकआउट दौर में अतिरिक्त समय खेले गए मैच को नहीं जीत सका। युवा खिलाड़ियों से सजी स्पेन की टीम अपने चिर परिचित अंदाज में छोटे पास पर भरोसा कर रही थी लेकिन मोरक्को ने बेहतर रणनीति के साथ उनकी यह योजना सफल नहीं होने दी। मैच के शुरुआती मिनट में स्पेन ने गेंद को पास बनाए रखने पर ध्यान दिया। चौथे मिनट में पेड्री जावी को पास दिया लेकिन वह नियंत्रण नहीं कर सके।
इसके बाद जोर्डी अल्बा एक बार फिर गेंद को लेकर मोरक्को के हाफ में घुसे लेकिन वह पास देने के लिए किसी साथी खिलाड़ी को नहीं ढूंढ सके। ग्रुप चरण में बेल्जियम जैसी मजबूत टीम को हराने वाली मोरक्को के पास मैच के 12वें मिनट में बढ़त लेने का मौका था लेकिन बॉक्स के बाहर से हकीमी दमदार फ्री-किक नहीं लगा सके। मोरक्को के लिए नौसारी मजरौई के मैच के 33वें मिनट में शानदार प्रयास पर स्पेन के गोलकीपर सिमोन ने उसे विफल कर दिया। दूसरे हाफ की शुरुआत में फेरान टोरेस ने शानदार मौका बनाया। उन्होंने लोरेंटे को पास दिया, लेकिन मोरक्को के खिलाड़ी ने गेंद पर नियंत्रण बना लिया। (एजेंसी, हि.स.)