नई दिल्ली (New Delhi)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (Enforcement Directorate (ED)) ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी (Goods and Services Tax (GST) Evasion) से जुड़े धनशोधन मामले (money laundering cases) में गुजरात की एक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है। ईडी ने इस मामले में कई शहरों में छापेमारी कर 29 लाख रुपये की नकदी जब्त की है। इस कंपनी पर 122 करोड़ रुपये की कथित जीएसटी चोरी का आरोप है।
ईडी ने सोमवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। वित्तीय जांच एजेंसी ने बताया कि गुजरात की एक कंपनी पर कथित जीएसटी चोरी से जुड़े धनशोधन जांच के दौरान कई शहरों में छापेमारी की है। एजेंसी ने कहा कि मोहम्मद एजाज बोमर और अन्य के खिलाफ इस मामले में गत दो जून को अहमदाबाद, भावनगर, बोताड, गांधीधाम के अलावा मुंबई और बेंगलुरु में 25 स्थानों पर छापेमारी की थी।
जांच एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के दौरान आधार कार्ड से मोबाइल नंबर बदलने के लिए फॉर्म, फर्जी संस्थाओं से जारी किए गए फर्जी बिल और डिजिटल सबूत और 29 लाख रुपये नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे। इस मामले में पहले गुजरात की भावनगर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके बाद में यह मामला ईडी ने अपने हाथ में ले लिया। जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत दोबारा मामला दर्ज किया है। ईडी के मुताबिक कुल 461 फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल कर 1,102 करोड़ रुपये के जाली बिल जारी किए गए। इस मामले में 122 करोड़ रुपये की कर चोरी बैठती है।