नई दिल्ली। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक कंपनी भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत “मिशन कोकिंग कोल” पहल में अपनी सक्रिय भूमिका के जरिए आयातित कोयले पर देश की निर्भरता कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। कंपनी के रणनीतिक कदमों से घरेलू कोकिंग कोल की खपत बढ़ी है।
कोयला मंत्रालय ने गुरुवार को जारी बयान में बताया है कि कोकिंग कोल की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी बीसीसीएल ने मिशन कोकिंग कोल पहल के तहत घरेलू कोकिंग कोयले की खपत को बढ़ाने के लिए विभिन्न रणीतिक कदम उठाए हैं। ट्रेंच सात के तहत ऑफर किए गए 3.36 मीट्रिक टन कोकिंग कोयले में से 2.40 मीट्रिक टन की बुकिंग हो गई है। कंपनी की स्थापना के बाद कोयला बुकिंग में यह एक नया मानक स्थापित हुआ है।
मंत्रालय ने कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी बीसीसीएल के इन प्रयासों से घरेलू कोकिंग कोल के उपयोग में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, आयात पर निर्भरता कम होगी और भारत में इस्पात उद्योग को मजबूती मिलेगी। कोयला मंत्रालय ने कहा कि नीलामी प्रक्रिया के बारे में कंसोर्टियम बोली और स्पष्ट संचार के सफल कार्यान्वयन ने अधिक भागीदारी सुनिश्चित की है, जिससे उपभोक्ताओं और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के तहत आयात प्रतिस्थापन के देश के व्यापक लक्ष्य दोनों को लाभ हुआ है।
बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने ट्रंच सात की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि नीलामी प्रक्रिया को अधिक समावेशी और पारदर्शी बनाने के लिए किए गए ठोस प्रयासों ने महत्वपूर्ण रूप से लाभ दिया है। सफल बुकिंग घरेलू कोकिंग कोल उत्पादन को बढ़ावा देने और आयात निर्भरता को कम करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।