नई दिल्ली। भारतीय मुद्रा रुपये (Indian currency rupee) ने शुक्रवार को एक बार फिर डॉलर के मुकाबले (against dollar) शानदार तेजी (Strong rally) दिखाई। आज दिन भर के कारोबार के बाद डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा 50 पैसे की मजबूती (50 paise strength) के साथ 79.26 रुपये के स्तर पर बंद हुई।
इंटर बैंक सिक्योरिटी एक्सचेंज मार्केट में आज भारतीय मुद्रा ने डॉलर के मुकाबले 23 पैसे की बढ़त के साथ 79.53 रुपये के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की। इसके पहले गुरुवार के कारोबार में डॉलर की तुलना में रुपया 15 पैसे की मजबूती के साथ 79.76 के स्तर पर बंद हुआ था।
दरअसल, भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार के कारोबार में ही विदेशी निवेशकों ने चौतरफा खरीदारी करके इस बात के संकेत दे दिए थे कि भारतीय बाजार में एक बार फिर डॉलर का प्रवाह तेज होने वाला है। यही वजह है कि आज मुद्रा बाजार में रुपये ने 23 पैसे की मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। कारोबार शुरू होने के कुछ देर बाद ही मुद्रा बाजार में डॉलर का प्रवाह और अधिक बढ़ जाने के कारण डॉलर के मुकाबले रुपये कीमत 36 पैसे की मजबूती के साथ 79.39 के स्तर पर पहुंच गई।
दिन के दूसरे कारोबारी सत्र में रुपये की कीमत में और तेजी का रुख बना। भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की ओर से की जा रही लगातार खरीदारी के कारण मुद्रा बाजार में डॉलर की आवक लगातार बढ़ती रही, जिसका असर रुपये की मजबूती के रूप में नजर आया। डॉलर की आवक के लगातार बढ़ने के कारण भारतीय मुद्रा ने आज शानदार मजबूती का प्रदर्शन किया और आखिर डॉलर के मुकाबले 50 पैसे मजबूत होकर 79.26 रुपये के स्तर पर बंद हुई।
मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की जोरदार तरीके से हुई वापसी के कारण मुद्रा बाजार में डॉलर की आवक तेज हो गई है। इस वजह से डॉलर के मुकाबले लगातार दबाव में चल रहे रुपये को काफी राहत मिली है। दूसरी ओर भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों के नेट बायर (खरीदार) की भूमिका में आ जाने के कारण अभी तक उनकी ओर से लगातार की जा रही बिकवाली भी रुक गई है, जिसकी वजह से डॉलर की मांग भी पहले की तुलना में कम हुई है।
आज दिन भर के कारोबार के दौरान विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार में लगाया गया पैसा एक महत्वपूर्ण कारक बन कर सामने आया। विदेशी निवेशकों ने आज भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली करने की जगह चौतरफा लिवाली की। इसके पहले गुरुवार को भी विदेशी निवेशकों ने दिन भर के कारोबार के दौरान 1,637.69 करोड़ रुपये की लिवाली की थी। इस कारण मुद्रा बाजार में डॉलर की सप्लाई काफी बढ़ गई थी। इसका असर आज मुद्रा बाजार के कारोबार की शुरुआत के समय ही रुपये की मजबूती के रूप में नजर आया। साथ ही कारोबार बंद होते वक्त भी रुपये की शानदार मजबूती दिखी।
हालांकि जानकारों का कहना है कि आयात प्रतिबद्धताओं की वजह से डॉलर की मांग में बहुत ज्यादा कमी नहीं आई है, लेकिन विदेशी निवेशकों बिकवाली रुकने के बाद उनकी ओर से की जा रही डॉलर की निकासी पर भी रोक लग गई है। इस वजह से भी मुद्रा बाजार में रुपये को न केवल राहत मिली है, बल्कि डॉलर के मुकाबले इसमें तेजी का रुख भी बना है। इसलिए रुपये की ये तेजी पूरी तरह से विदेशी निवेशकों के मूड पर निर्भर करती है। आने वाले दिनों अगर विदेशी निवेशक एक बार फिर नेट सेलर की भूमिका में आते हैं, तो इसका परिणाम भारतीय मुद्रा की गिरावट के रूप में भी सामने आ सकता है। (एजेंसी, हि.स.)