Friday, November 22"खबर जो असर करे"

धारः भोजशाला में एएसआई सर्वे का 58वां दिन, मिला कमल पुष्प की आकृति वाला पाषाण

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे शनिवार को 58वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 18 अधिकारियों की टीम 33 श्रमिकों के साथ सुबह साढ़े आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब साढ़े आठ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।

ज्ञानवापी की तर्ज पर चल रहे सर्वे के 58वें दिन भोजशाला में एएसआई की टीम ने गर्भगृह के साथ ही बाहरी परिसर में मिट्टी हटाने का काम किया। उत्तर दिशा में खुदाई के दौरान कुछ और अवशेष मिले हैं। हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने दावा किया है कि इसमें एक सफेद पत्थर का अवशेष मिला है। इस पर कमल के फूल की आकृति दिखाई दे रही है।

वहीं, भोजशाला के बाहरी हिस्से में खेत में लम्बे समय खुदाई का काम बंद था, वहां शनिवार को दूसरे ब्लाक में खुदाई शुरू की गई। इसके साथ ही गत दिवस भोजशाला के भीतरी परिसर में खुदाई के दौरान तीन दीवारनुमा आकृति मिली थी। इसमें 15 से 16 फीट तक खुदाई हो चुकी है। अब वहां अधिक गहराई तक खुदाई संभव नहीं है। बड़े आकार के पत्थर बाधा बन गए हैं। ऐसे में शनिवार को दूसरे छोर से खुदाई शुरू की गई है। इसके साथ ही खुदाई में निकले अवशेषों की क्लीनिंग और ब्रशिंग की गई, साथ ही अवशेषों की नंबरिंग भी की गई।

सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि यज्ञ कुंड के समीप दीवार की जो लेयर दिखाई दे रही थी, वहां से मिट्टी हटाने का कार्य जारी रहा। साथ ही वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई। खुदाई में निकलने वाले अवशेषों की क्लीनिंग-ब्रशिंग की जा रही है और उनको नंबरिंग किया जा रहा है। आज पीछे खेत में बने ट्रेंच में मिट्टी हटाने का काम किया गया।

वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि भोजशाला में उत्तर की ओर मिट्टी हटाई जा रही है। इसके अलावा वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जा रही है। स्मारक में जहां तीन लेयर की दीवार निकल रही है, वहां ट्रेंच को और बड़ा किया जा रहा है।