– बीते 24 घंटों में हुई वर्षा रबी फसल के लिये अमृत समान
मुरैना। आज सुबह घना कोहरा छाने के कारण दैनिक जीवन यापन जहां देर से शुरू हुआ, वहीं सर्दी भी बढ़ गई। बीते तीन दिवस में उच्चतम तापमान तीन डिग्री गिर गया। ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी से बचने के लिये लोगों ने अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है। कोहरे के कारण सडक़ व रेल मार्ग पर यातायात भी प्रभावित दिखाई दिया। मुरैना जिले में दो दिवस पूर्व हुई वर्षा का प्रभाव विगत दिवस दिखाई दिया था, लेकिन दोपहर में हवाओं के धमने व धूप निकलने के कारण आज सुबह से ही जिले भर में कोहरे की घनी चादर बिखरी हुई दिखाई दी, जिससे आमजन को सर्दी का तेज प्रभाव महसूस हुआ। सर्दी के कारण लोग देर सुबह ही घर से निकले। निर्धारित समय पर कोहरे में ही वाहनों से विद्यार्थी अपने स्कूल में पहुंचे। कोहरे के कारण वाहनों की गति काफी धीमी थी वहीं लगभग 50 मीटर तक की विज्युबिल्टी थी। हालांकि आसमान पर घने बादल छाये हुये है। आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र के मौसम तकनीकी विशेषज्ञ डा. हरविंदर सिंह ने बताया कि हवाओं के थमने व धूप खुलने के कारण आज कोहरा हो गया है। यह स्थिति आगे भी रही तब कोहरा हो सकता है। आज देर सुबह तक कोहरा छाया रहा। कोहरे के कारण न्यूनतम तापमान आधा डिग्री नीचे आया वहीं उच्चतम तापमान तीन डिग्री नीचे पहुंच गया है।
आज सुबह न्यूनतम तापमान 13 डिग्री तथा उच्चतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया है। जिले में पिछले 24 घंटे में मावठे के रूप में गिरा पानी रबी फसलों के लिये अमृत है। इस पानी से रबी फसलों को फायदा होगा और बढ़ोत्तरी के लिये अनुकूल वातावरण बनेगा। जिले में रबी की बुआई का कार्य लगभग पूरा हो गया है। जिले में अभी तक दो लाख 13 हजार 545 हेक्टेयर रकबे में रबी की फसलें बोई गई हैं। जिले के वर्षामापी केन्द्र मुरैना में आज सुबह साढ़े 8 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में 11.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इस अवधि में जिले के पोरसा में 2 मिलीमीटर, अम्बाह में 5, मुरैना में 18.6, जौरा में 26, कैलारस में 13 और सबलगढ़ 3 मिलीमीटर बारिश हुई है। उप संचालक कृषि पी.सी. पटेल ने बताया कि मावठे के रूप में गिरा यह पानी रबी फसलों के लिये अमृत का कार्य करेगा। जिले में अभी तक दो लाख 13 हजार 545 हेक्टेयर में रबी की फसलें बोई गई हैं। इस वर्ष भी मुख्य रूप से जिले में गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, अलसी, सरसों आदि की बुआई हुई है। किसानों द्वारा जिले में 31 हजार 534 गेहूं, 463 जौ, 1911 चना, 740 मटर, 267 मसूर, 255 अलसी, 1 लाख 74 हजार 798 सरसों और 3577 हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलें बोई गई है।