Sunday, November 10"खबर जो असर करे"

रुद्राक्ष महोत्सव में उमड़ी भीड़, धक्का-मुक्की से कइयों की हालत बिगड़ी

सीहोर। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव गुरुवार से शुरू हुआ लेकिन पहले ही दिन अनुमान से कहीं अधिक लोगों के पहुंचने से हालात बिगड़ गए। पांच लाख लोगों के आने की बात कहते हुए व्यवस्थाएं की गई थीं, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या इतनी ज्यादा हो गई कि व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई।

देर रात विठ्ठलेश्वर समिति की तरफ से प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि अधिक भीड़ होने से रुद्राक्ष वितरण के लिए बनाई गई बैररिकैडिंग टूटने से फिलहाल रुद्राक्ष वितरण रोक दिया गया है। जब तक व्यवस्था ठीक नहीं हो जाती है, तब तक रुद्राक्ष का वितरण नहीं किया जाएगा। हालांकि शिव महापुराण कथा जारी रहेगी।

भोपाल-इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुबेरेश्वर धाम के दोनों ओर 10-10 किमी यानी 20 किमी लम्बा जाम लग गया और लाखों लोग जाम में फंस गए। इसके अतिरिक्त धाम परिसर में भी रुद्राक्ष लेने के लिए कतारों में लगे लोग बुरी तरह फंस गए।

भीड़ इतनी थी कि पांच लाख की क्षमता वाले परिसर में कंधे से कंधे टकरा रहे थे, रुद्राक्ष लेने के लिए कतारों में लगे लोगों का दम घुट रहा था। भीड़ में फंसे लोगों को पानी तक नहीं मिल सका और कई लोगों की हालत बिगड़ गई वहीं एक महिला की मौत हो गई।

देर शाम तक तबीयत बिगड़ने की शिकायत लेकर 35 से अधिक लोग जिला अस्पताल पहुंच चुके थे। व्यवस्थाएं न बिगड़े इसलिए 10 लोगों को भोपाल के अस्पताल भेजा जा चुका था।

भोपाल-इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीहोर से करीब आठ किलोमीटर दूर स्थित कुबेरेश्वर धाम में 16 से 22 फरवरी तक रुद्राक्ष वितरण व शिवपुराण महोत्सव के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो गया था। श्रद्धालुओं की संख्या का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भीड़ को देखते हुए आयोजन के एक दिन पूर्व बुधवार से ही रुद्राक्ष वितरण शुरू कर दिया गया और रात तक डेढ़ लाख से अधिक रुद्राक्ष वितरित भी किए जा चुके थे। गुरुवार को रुद्राक्ष महोत्सव शुरू हुआ, लेकिन यहां सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई।

दोपहर तक भारी भीड़ के बीच कतार में लगे श्रद्धालुओं की हालत बिगड़ने लगी। रुद्राक्ष लेने के लिए कतार में लगी महाराष्ट्र से आई 52 वर्षीय मंगलबाई की मौत हो गई, जबकि घंटों से कतार में लगे होने और धक्का-मुक्की 35 से अधिक लोगों की हालत खराब हो गई, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। भीड़ से बेड फुल न हो इसलिए 10 को भोपाल भेज दिया गया। जबकि भीड़ में कई महिलाएं लापता हो गई, जिन्हें स्वजन एनांउस, इंटरनेट आदि माध्यमों से तलाशने के प्रयास करते नजर आए। एजेंसी (हि.स.)