नई दिल्ली (New Delhi)। देश के निर्यात (country’s exports) में भू-राजनीतिक तनाव के कारण गिरावट (Decline.) आई है। मार्च, 2024 में वस्तुओं का निर्यात (Export of goods.) मामूली रूप से घटकर 41.68 अरब डॉलर (41.68 billion dollars.) रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान यह 3.11 फीसदी की गिरावट (Decline of 3.11 percent) के साथ 437.06 अरब डॉलर रहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि मार्च में वस्तुओं का निर्यात घटकर 41.68 अरब डॉलर रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान यह 3.11 फीसदी की गिरावट के साथ 437.06 अरब डॉलर रहा। आंकड़ों के मुताबिक मार्च के महीने में देश का आयात भी 5.98 फीसदी घटकर 57.28 अरब डॉलर रहा है। इस तरह 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष 2023-24 में देश का व्यापार घाटा 15.6 अरब डॉलर रहा।
मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल आयात 677.24 अरब डॉलर रहा, जो वित्त वर्ष 2022-23 के 715.97 अरब डॉलर से 5.41 फीसदी कम है। इस दौरान देश का व्यापार घाटा 240.17 अरब डॉलर था। मंत्रालय के मुताबिक मार्च 2024 में भारत का कुल निर्यात (माल और सेवाएं संयुक्त) 70.21 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो मार्च 2023 की तुलना में -3.01 फीसदी की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। मार्च 2024 में कुल आयात 73.12 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो मार्च 2023 की तुलना में -6.11 फीसदी की नकारात्मक वृद्धि प्रदर्शित कर रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि देश का कुल व्यापार घाटा वित्त वर्ष 2022-23 के 121.62 अरब डॉलर से 35.77 फीसदी सुधरकर वित्त वर्ष 2023-24 में 78.12 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने व्यापार आंकड़ों की जानकारी देते हुए कहा कि पश्चिम एशिया के हालात पर मंत्रालय की नजर बनी हुई है, उन्होंने बताया कि उसके हिसाब से ‘उचित कार्रवाई’ की जाएगी।