– जियो पार्क में प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर किया जाए निर्माण: मंत्री राकेश सिंह
भोपाल (Bhopal)। जबलपुर के लम्हेटाघाट-भेंडाघाट (Lamhetaghat-Bhendaghat of Jabalpur) में देश के पहले जियो पार्क (Country’s first Jio Park) बनाया जा रहा है। प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह (Public Works Department Minister Rakesh Singh) ने गुरुवार को मंत्रालय में इस जियो पार्क की स्थापना एवं उसकी परियोजना के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जियो पार्क की संपूर्ण परियोजना की पॉवर प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर विभिन्न निर्देश संबंधितों को दिये।
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर में बनने वाला देश का पहला जियो पार्क जियोलॉजिकल संरचनाओं के साथ-साथ मानव सभ्यता के विकास के अध्ययन, पर्यटन और संस्कृति के विकास में भी मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि भेड़ाघाट-लम्हेटाघाट जियोलॉजिकल गतिविधियों के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। यहां जो भी निर्माण हो वे पूरी तरह प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर ही किए जाएं। यहाँ आने वाले सैलानी प्रकृति के साथ जुड़ाव महसूस कर पायें इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मंत्री सिंह ने जिओ पार्क एवं संग्रहालय को आकर्षक, प्रभावी एवं शिक्षाप्रद बनाने पर बेहद ध्यान देने के निर्देश दिये। मंत्री श्री सिंह ने जियो पार्क में स्थापित किए जाने वाले संग्रहालय में लम्हेटा निर्माण उसके फैलाव, रानी दुर्गावती के संबंध में जानकारी एवं जबलपुर की भू संस्कृति का समावेश करने के निर्देश दिये। उन्होंने जियो पार्क में प्रकृति अनुभव आधारित टूरिज्म को बढ़ावा देने का भी प्रावधान जैसे नेचर स्टे बनाने का सुझाव दिया।
बैठक में कार्य के लिए चयनित एजेंसी द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से जियो पार्क की संपूर्ण परियोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया।प्रेजेंटेशन में बताया गया कि जियो पार्क में जो भी निर्माण होगा वह प्रकृति के साथ पूरे तालमेल में रहेगा एवं निर्माण काफ़ी मनमोहक होगा। यहाँ हजारों पेड़ों के बीच में स्ट्रक्चर बनाए जाएँगे जिससे लोगों को एक नया अनुभव मिलेगा।
जियो पार्क में स्थापित किया जाने वाला संग्रहालय विश्व-स्तर का होगा और यहाँ 3 डी मॉडलिंग, थीमेटिक डिज़ाइन, इंटरैक्टिव टच टेबल आदि अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग भी किया जायेगा। संग्रहालय कई भागो में विभाजित रहेगा जिसमे बड़ों से लेकर बच्चों तक और जियोलॉजिकल स्टडी कर रहे स्कॉलर्स के लिये भी कई विशेष सेक्शन रहेंगे जिनमे 5 डी फिल्मों के माध्यम से नेचर वॉक रहेगी जो अत्यंत रोमांचक होगी।
मध्यप्रदेश की भू-संस्कृति, नर्मदा की भू-विरासत, पृथ्वी की खोज, दोहरा ग्रह ,पृथ्वी के केंद्र की यात्रा सहित अन्य विषयों पर प्रभावी एवं शिक्षाप्रद जानकारी इंटरैक्टिव एवं 3 डी मॉडलिंग के माध्यम से दी जायेगी। संग्रहालय में मध्यप्रदेश के 13 भौगोलिक क्षेत्रों को उनके भौगोलिक-सांस्कृतिक महत्व एवं धरोहर के साथ बेहद आकर्षक तरीक़े से प्रस्तुत किया जायेगा।
जियोपार्क में डायनासोर की एक विशाल प्रतिकृति भी बनाई जायेगी।यहाँ एक आकर्षक नेचर वॉक भी बनाई जायेगी जहाँ सैलानी प्रकृति के साथ जुड़ाव महसूस कर पायेंगे।इसी के साथ जियोपार्क में अत्याधुकीन फ़ूड कोर्ट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि रहेंगे जहाँ स्थानीय समुदाय की सहभागिता का विशेष ध्यान रखा जायेगा।
जियो पार्क लगभग 12 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित होगा। जियोलॉजिकल पार्क की स्थापना का कार्य पर्यटन विभाग के माध्यम से कराया जा रहा है। जियोपार्क के संबंध में शीघ्र ही बैठक जबलपुर में पार्क के लिये चयनित स्थान पर की जायेगी।
मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के अधिकारी उपस्थित रहे, इसके साथ जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना वीसी के माध्यम से बैठक में उपस्थित रहे।