नई दिल्ली (New Delhi)। देश (Country) के वस्तुओं का निर्यात (Export of goods.) जून में 2.56 फीसदी (2.56 percent increase) बढ़कर 35.20 अरब अमेरिकी डॉलर (US$ 35.20 billion) पर पहुंच गया। पिछले साल इसी महीने में निर्यात (Export) 34.32 अरब डॉलर रहा था। वहीं, जून में कुल वस्तुओं और सेवाओं का संयुक्त निर्यात (Joint export of goods and services) 65.47 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है। जून 2024 के लिए कुल आयात (वस्तुओं और सेवाओं) 73.47 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जो जून 2023 की तुलना में 6.29 फीसदी की सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि पिछले साल इसी महीने में निर्यात 34.32 अरब डॉलर रहा था। जून में आयात करीब पांच फीसदी बढ़कर 56.18 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले साल की सामान अवधि में 53.51 अरब डॉलर था। इस तरह जून में व्यापार घाटा (आयात और निर्यात का अंतर) 20.98 अरब डॉलर रहा।मंत्रालय के मुताबिक जून 2024 के लिए भारत के कुल (वस्तुओं और सेवाओं) का संयुक्त निर्यात 65.47 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जो जून 2023 की तुलना में 5.40 फीसदी की सकारात्मक वृद्धि है।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने निर्यात के आंकड़ों की जानकारी देते हुए कहा कि मौजूदा रुख को देखते हुए देश के वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 800 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर सकता है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात करीब 200 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान निर्यात 5.84 फीसदी बढ़कर 109.96 अरब डॉलर और आयात 7.6 फीसदी बढ़कर 172.23 अरब डॉलर रहा है।
गौरतलब है कि मई में देश के वस्तुओं का निर्यात 9.1 फीसदी बढ़कर 38.13 अरब डॉलर रहा था, जबकि व्यापार घाटा बढ़कर सात महीने के उच्चतम स्तर 23.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।