Friday, November 22"खबर जो असर करे"

देश के बैंकों और वित्तीय संस्थाओं ने गुजरात में निवेशित परियोजनाओं पर जताया सबसे अधिक भरोसा

– आरबीआई ने जारी किया 2020-2023 की अगस्त महीने का बुलेटिन

अहमदाबाद (Ahmedabad)। देश (country) के बैंकों और वित्तीय संस्थाओं (banks and financial institutions) ने एक बार फिर भारत (India) में मोस्ट फेवरेट इन्वेस्टमेन्ट डेस्टिनेशन (Most Favorite Investment Destination) के रूप में अपनी पहचान रखने वाले गुजरात में निवेशित विकास परियोजनाओं पर अपना सबसे अधिक भरोसा जताया है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) ने हाल ही में जारी अपनी अगस्त महीने के बुलेटिन में बताया है कि वर्ष 2022-23 में देश में सबसे अधिक गुजरात के 82 विकास परियोजनाओं को बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा फंड सेंक्शन किया गया है। इस श्रेणी में 48 परियोजनाओं के साथ महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर और 45 परियोजनाओं के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है।

हालांकि बैंकों/वित्तीय संस्थानों की ओर से स्वीकृत परियोजनाओं की कुल लागत की बात करें तो 14 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ गुजरात देश में दूसरे स्थान पर है।

आरबीआई के बुलेटिन के अनुसार पिछले 10 सालों में यानी 2013-14 से 2022-23 की समयावधि में देश के बैंकों और वित्तीय संस्थानों का सबसे अधिक विश्वास गुजरात में निवेशित विकास परियोजनाओं पर रहा। पिछले 10 साल में गुजरात के 692 विकास परियोजनाओं को फंड मिला है जो किसी भी राज्य में फंड हासिल करने वाले विकास परियोजनाओं की संख्या के मामले देश में सबसे अधिक है।

बीते 10 साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मार्गदर्शन गुजरात को हमेशा ही मिला है। यही कारण है कि गुजरात की सरकार आरबीआई की रिपोर्ट में उल्लिखित साल 2022-23 के इन आकंड़ों और पिछले 10 साल की इस उपलब्धि को गुजरात की निवेश अनुकूल नीति, उद्योग अनुकूल माहौल और राज्य के सबसे बड़े इन्वेस्टर समिट “वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टमेन्ट समिट” की उपलब्धि के साथ-साथ प्रधानमंत्री के दिखाए मार्ग का अनुसरण करने पर उसके प्रतिफल के रूप में भी देख रही है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल जनवरी 2024 में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की 10वीं कड़ी आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। ऐसे समय में गुजरात को मिली यह उपलब्धि आगामी वाइब्रेंट समिट के लिए न केवल महत्वपूर्ण है बल्कि ये आंकड़ें इस कार्यक्रम की सफलता के लिए काफी लाभकारी भी साबित हो सकते हैं।

बता दें कि वाइब्रेंट गुजरात 2024 के आयोजन के माध्यम से एक बार फिर गुजरात बड़े स्तर पर निवेश और विकास परियोजनाओं को आकर्षित करने की तैयारी में है और आरबीआई की यह रिपोर्ट निश्चय ही गुजरात में निवेश हेतु निवेशकों के लिए उत्प्रेरक का काम करेगी।