– कुलदीप
वैश्विक महामारी कोरोना ने ना जाने कितने बच्चों के सिर से उनके माता-पिता का साया छीन लिया। ऐसे में इन बच्चों के सिर पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपना हाथ रखते हुए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की। बच्चों का भरण-पोषण और शिक्षा-चिकित्सा से लेकर विवाह तक की जिम्मेदारी योगी सरकार ने अपने कंधों पर ली।
अन्य कारणों से निराश्रित होने पर भी मिलेगा योजना का लाभ
मेरठ में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के माध्यम से 542 ऐसे बच्चों को लाभ दिया जा रहा है, जिनके माता पिता या माता-पिता में से किसी एक की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई हो। जबकि 175 ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु कोरोना से नहीं, बल्कि किसी अन्य कारण से हुई है,उनको भी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत तमाम तरह के लाभ दिए जा रहे हैं।
योजना के तहत चार हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाता है लाभ
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार का कहना है कि इस योजना के माध्यम से उन सभी बच्चों की मदद की जा रही है जिनके माता पिता की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हो गई है। इस योजना को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से न केवल बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है बल्कि उनकी पढ़ाई से लेकर उनके विवाह तक का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत बच्चों की पालन पोषण के लिए प्रत्येक बच्चे को या फिर उसके अभिभावक को 4 हजार रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इतना ही नहीं इस योजना के तहत बालिकाओं की शिक्षा-चिकित्सा से विवाह तक का खर्च भी योगी सरकार ही वहन करेगी।
निराश्रित बच्चों को आसरा दे रही है योगी सरकार
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई है और बच्चों का कोई अभिभावक नहीं है, तो उनके लिए राजकीय बाल गृह में आवासीय सुविधा प्रदान की जा रही है। यहां पर बालिकाओं के लिए अलग आवासीय व्यवस्था की जा रही है।
रजिस्ट्रेशन के बाद मिलेगा योजना का लाभ
कोरोना संक्रमण के अलावा भी अगर किसी बच्चे के माता-पिता की मृत्यु हो जाती है तब भी उस बच्चे को इन सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वेबसाइट पर जाकर मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत रजिस्ट्रेशन होने पर इन बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जा सकेगा।