Friday, September 20"खबर जो असर करे"

कांग्रेस ने ओबीसी वर्ग की पीठ पर घोपा छुरा, मोदी जी ने दिया संवैधानिक दर्जाः शिवराज

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कल्याण (Other Backward Classes (OBC) Welfare) को लेकर काका कालेलकर की रिपोर्ट को पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit jawaharlal nehru) ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी प्रधानमंत्री रहते हुए ओबीसी के हित में कुछ नहीं किया। कांग्रेस ने सदैव ओबीसी की पीठ पर छुरा घोंपने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है।

मुख्यमंत्री चौहान रविवार को कर्नाटक के कलबुर्गी में भाजपा ओबीसी मोर्चा के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ने कोई भी ओबीसी मुख्यमंत्री नहीं दिया जबकि भाजपा ने तीन-तीन मुख्यमंत्री बनाए। कार्यक्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. लक्ष्मण एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

मंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की डबल इंजन सरकार ने कर्नाटक के विकास को गति दी है। मैं बधाई देता हूं नागरिकों को जिनके लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू हुईं हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत की साख पूरी दुनिया में बढ़ी है। उन पर पूरे देश को और पूरे ओबीसी वर्ग को गर्व है। हम धन्य हैं कि ऐसा नेता हमें प्रधानमंत्री के रूप में मिला है।

उन्होंने कहा कि आज कल राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। कांग्रेस ने आजादी के बाद सत्ता का सुख प्राप्त करने के लिए भारत को तोड़ने का काम किया, भारत को तोड़ने वाली पार्टी अब भारत जोड़ने का नाटक कर रही है। सोनिया जी और राहुल जी जानते हैं कि कांग्रेस को सफाया होने से कोई नहीं बचा सकता है, इसलिए एक बलि का बकरा ढूंढ लिया और पार्टी का अध्यक्ष बता दिया। खड़गे जी खुद को बलि का बकरा मानते भी हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कर्नाटक में एससी, एसटी और ओबीसी के कल्याण हेतु सबसे ज्यादा बजट बसवराज बोम्मई की सरकार ने पास किया है। कांग्रेस की सरकारों ने कभी इन वर्गों के कल्याण की ओर ध्यान ही नहीं दिया। भाजपा ने सदैव ओबीसी के हितों की रक्षा की और इन्हें अधिकार दिया, जबकि कांग्रेस ने 70 साल में मध्यप्रदेश की धरती पर एक भी ओबीसी मुख्यमंत्री नहीं दिया। कर्नाटक में कमजोर वर्ग के कल्याण के प्रयासों का विरोध का पाप सिद्धारमैया जी करते रहे हैं। उन्होंने यहां पीएफआई जैसे संगठन को पनपने के लिए संरक्षण दिया, उन्हें अपने पापों का जवाब देना होगा। मेरे प्यारे कर्नाटक के भाइयों-बहनों, आपसे मध्य प्रदेश से आग्रह करने आया हूं कि भाजपा को अपना आशीर्वाद देकर भारी मतों से विजयी बनाइये। (एजेंसी, हि.स.)