Friday, September 20"खबर जो असर करे"

मानसून आने से मप्र में झमाझम बरस रहे बादल, उमरिया में नौ घंटे में पांच इंच बारिश

भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में मानसून (monsoon) के आगमन के साथ ही सभी जगह लगातार बारिश (incessant rain everywhere) हो रही है। उमरिया (Umaria) में सोमवार को नौ घंटे में पांच इंच से ज्यादा पानी बरस (More than five inches rained nine hours) गया, जबकि मंडला में ढाई इंच बारिश हुई। भोपाल, जबलपुर, दमोह, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, सिवनी, छतरपुर, सागर, खंडवा, धार, रायसेन, छिंदवाड़ा, सतना, बैतूल और भोपाल जिले में भी बारिश का दौर जारी है।

मध्य प्रदेश में शनिवार को मानसून ने प्रवेश किया था और रविवार को यह पूरे प्रदेश में छा गया। इसके साथ ही यहां झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। सोमवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में जोरदार बारिश हुई। सबसे ज्यादा पानी प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बरसा। सोमवार सुबह से शाम 5.30 बजे के बीच मात्र नौ घंटों में उमरिया में सबसे ज्यादा 132.0 मिमी, जबकि मंडला में 63.0 मिमी तो जबलपुर में 28.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है, जिसके चलते प्रदेशभर में अगले तीन दिनों तक जोरदार बारिश का दौर जारी रहेगा।

जबलपुर में सोमवार को लगातार बारिश का दौर जारी रहा। यहां शाम तक करीब ढाई इंच बारिश हो गई। जिससे शहर की सड़कों और कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं जिले में कई नदी नाले उफान पर आ गए।

इन जिलों में वर्षा का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक 29 जून तक कई स्थानों पर भारी वर्षा तो कुछ स्थानों पर अतिभारी वर्षा का अनुमान है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला समेत कई जिलों में लगातार तीन से चार दिन भारी वर्षा हो सकती है। इसके अलावा 29 जून के बीच सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में भारी वर्षा हो सकती है।

वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक साथ कई प्रणालियां सक्रिय हैं। एक तरफ बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्से एवं उससे लगे ओडिशा एवं बंगाल पर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके साथ ही पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तरी पंजाब से ओडिशा के आसपास कम दबाव के क्षेत्र तक बनी है, जो उत्तर प्रदेश, उत्तर-पश्चिमी मप्र और छत्तीसगढ़ से होकर ओडिशा तक जा रही है। अरब सागर एवं उससे लगे गुजरात पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इन्हीं प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में तेज बारिश हो रही है।