डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को कहा कि चीन कोविड-19 महामारी पर पहले की तुलना में अधिक जानकारी देने के बावजूद अभी भी महामारी से होने वाली मौतों की संख्या बेहद कम करके बता रहा है। कोविड-19 तकनीकी प्रमुख, मारिया वान केरखोव ने कहा कि चीन से मिलने वाली जानकारी में काफी खामियां हैं। इन खामियों को दूर करने के लिए हम चीन के साथ काम कर रहे हैं।
दरअसल, पिछले साल दिसंबर में शून्य-कोविड उपाय समाप्त किए जाने के बाद चीन में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ गया है। चीन हालांकि इस बात से इनकार कर रहा है कि उसके द्वारा कोविड मौतों के आंकड़े छिपाया जा रहा है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित विश्वभर के विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि चीन जानबूझकर कोविड से होने वाली मौतों की संख्या कम दिखा रहा है।
चीन में कोविड के बढ़ते संक्रमण के चलते भारत सहित कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बीजिंग ने इस कदम को राजनीतिक रूप से प्रेरित बताते हुए इसकी आलोचना की है। कोविड के मामलों में उछाल के बावजूद चीन में किसी नए कोविड वेरिएंट का पता नहीं चला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ऐसा परीक्षणों में कमी के कारण हुआ है।
चीन में करीब एक महीने पहले शून्य कोविड नीति खत्म कर दी गई थी। इससे यहां कोविड मामलों में तेजी से उछाल आया और रिपोर्टों के अनुसार अस्पतालों और श्मशान घाटों तक की कमी हो गई। दिसंबर में चीन ने कोविड से होने वाली मौतें चिह्नित करने के मानदंड बदल दिए। इससे सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोविड से मरने वालों की संख्या में काफी कमी आई। (हि. स.)