पुलिस ने बताया कि 59 वर्षीय विकास मदान वाकर ने आठ नंवबर को अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी। वाकर ने बताया कि वह परिवार सहित महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं। पीड़ित की 26 वर्षीय श्रद्धा वाकर मुंबई के मलाड इलाके में स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनी के कॉल सेंटर में नौकरी करती थी। यहीं पर श्रद्धा की मुलाकात आफताब अमीन से हुई। जल्द ही दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और लिव-इन रिलेशन में रहने लगे। जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस से आफताब को शनिवार को ढूंढ निकाला। आफताब ने बताया कि शादी करने को लेकर अक्सर श्रद्धा उस पर दबाव बनाती थी। इसी पर दोनों में विवाद होता रहता था, इसलिए 18 मई को झगड़ा हुआ तो उसने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर शव को चापड़ से कई टुकड़ों में बांटा और अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए। इसके बाद पुलिस ने आफताब के बयान पर हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपित के बयान के आधार पर शव के टुकड़े ढूंढने की कोशिश कर रही है। (हि.स.)