नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री (Union Finance and Corporate Affairs Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को कहा कि केंद्र ने भारत (India) को मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विसेज (Manufacturing and services) के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए नीतियां तैयार की हैं। सीतारमण ने कहा कि न केवल घरेलू बाजार के लिए बल्कि निर्यात के लिए भी उत्पादन करने पर सरकार का जोर है।
सीतारमण ने गुजरात के अहमदाबाद में ‘2047 में भारतीय अर्थव्यवस्था के पूर्वानुमान पर संवाद’ कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि निवेश आकर्षित करने के लिए नीतियां बनाई गई हैं। हम चाहते हैं कि विनिर्माता और निवेशक न केवल भारत के लिए, बल्कि यहां से निर्यात करने के लिए भी आएं और उत्पादन करें। हम नीतियों के माध्यम से विनिर्माताओं और निवेशकों को आकर्षित करने का प्रयास करेंगे।
वित्त मंत्री ने मुद्रास्फीति पर बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार के तहत एक महीने को छोड़कर यह कभी भी सहनशील सीमा को पार नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में थी जबकि मुद्रास्फीति दोहरे अंकों में थी। रोजगार के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि औपचारिक और अनौपचारिक दोनों क्षेत्रों के आंकड़ों में कमी है, लेकिन केंद्र सरकार की पहल से लाखों लोगों को रोजगार मिला है।