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राजगढ़ः परमानंदजी महाराज का आगमन बुधवार को, आध्यात्मिक प्रवचन का होगा आयोजन

राजगढ़ः परमानंदजी महाराज का आगमन बुधवार को, आध्यात्मिक प्रवचन का होगा आयोजन

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राजगढ़,19 जुलाई (एजेंसी)। युग पुरूष परमानंदजी महाराज का बुधवार को ब्यावरा नगर में आगमन हो रहा है। वह भोपाल बाइपास स्थित अखंड परमधाम आश्रम पर गुरुवार को गुरूपूर्णिमा उत्सव में शािमल होकर भक्तों को गुरूदीक्षा और आध्यात्मिक प्रवचनों के द्वारा ज्ञान की वर्षा करेंगे। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए समिति सदस्य डाॅ. केसी.मिश्रा ने बताया कि युगपुरूष एवं अग्निपीठाधीश्वर परमानंद जी महाराज का आगमन 20 जुलाई सायंकाल को नगर ब्यावरा में गुना तरफ से होने जा रहा है। वह गुरुवार सुबह भक्तों को प्रवचन व गुरूदीक्षा देंगे। परमानंदजी का आध्यात्मिक कार्यक्रम अखंड परमधाम आश्रम भोपाल बाइपास पर आयोजित किया जा रहा है,जिसमें सुबह-शाम महाराज आध्यात्मिक प्रवचनों से भक्तों पर ज्ञान की वर्षा करेगें।युगपुरूष परमानंदजी की अगवानी कमला लॉज से होगी,समीति सदस्यों ने अनुरोध किया है कि जिसमें अधिक से अधिक संख्या में भक्त शाम...
पांडवों ने मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया था शिवलिंग

पांडवों ने मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया था शिवलिंग

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मान्यता: अज्ञातवास के दौरान पांडवों यहां गुजारी थी एक रात अनूपपुर, 16 जुलाई (एजेंसी)। भगवान शिव की आराधना का पावन मास सावन गुरुवार से शुरू हो गया। सावन कृषि के साथ-साथ धार्मिक आयोजनों के लिए मुख्य मास माना गया है। भगवान भोले से जुड़ी अनूपपुर की मिट्टी भी उनके सत्कार में खड़ी है। द्वापर युग में पांडवों के अज्ञातवास के रूप में जिले के भालूमाड़ा स्थित शिवलहरा की गुफाएं प्रसिद्ध हैं। अज्ञातवास से पूर्व अनूपपुर पहुंचे पांडवों ने अनूपपुर नगरीय क्षेत्र में एक रात गुजारी थी। जिसमें पांडवों के हाथों बनाया गया शिव मारुति मंदिर अद्वितीय स्थापत्य वास्तुकला के रूप में आज भी प्रसिद्ध है। मान्यता है कि मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग की स्थापना पांडवों ने अपने हाथों से की थी। मंदिर में हनुमान की भी प्रतिमा विराजित है, इसलिए मंदिर का नाम शिव- मारुति मंदिर पड़ गया है। जानकारों के अनुसार अज्ञातवास के दौर...
अपने पौराणिक महत्ता के लिए विख्यात है सीवान का सोहगरा शिव मंदिर

अपने पौराणिक महत्ता के लिए विख्यात है सीवान का सोहगरा शिव मंदिर

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सीवान, 16 जुलाई (एजेंसी)।बिहार और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती , सीवान जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के सोहगरा में द्वापर युग में दैत्य राजा वाणासुर द्वारा बनवाया गया प्राचीन ऐतिहासिक और पौराणिक तीर्थस्थलों मे सर्वश्रेष्ठ नवो नाथ महादेव में शामिल बाबा हंसनाथ का शिव मंदिर है। मान्यता के अनुसार, वाणासुर ने अपनी बेटी उषा के लिए इस मंदिर का निर्माण कराया था। उषा इसी मंदिर में पूजा-अर्चना करती थीं। यहां प्रतिवर्ष सावन में भारत के विभिन्न प्रांतों से लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने आते हैं और बाबा हंसनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक कर अपना जीवन धन्य करते हैं। उल्लेखनीय हो कि शिव महापुराण में सोहगरा के बारे मे विस्तृत वर्णन मिलता है। जानकार बताते हैं कि द्वापर युग मे वाणासुर नाम का एक प्रतापी राजा शोणितपुर सोहनपुर, उत्तरप्रदेश में रहा करता था। वह शिवभक्त था तथा पूजा करने के लिए उसने इस विशाल ...
देवघर के हवाई मार्ग से जुड़ने से बहुरेंगे संथाल के पर्यटक स्थलों के दिन

देवघर के हवाई मार्ग से जुड़ने से बहुरेंगे संथाल के पर्यटक स्थलों के दिन

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देवघर , 16 जुलाई (एजेंसी)। देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ की पावन धरती देवघर के हवाई मार्ग से जुड़ने के साथ ही समस्त संथाल परगना के औद्योगिक विकास के साथ ही पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं भी जुड़ गई हैं। वास्तव में हरिताभ वन संपदाओं से सुसज्जित संथाल परगना के पर्यटक स्थलों की बात की जाय तो यहां अनगिनत ऐसे स्थल हैं, जिसके विकास के साथ ही बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों के आगमन होगा जो यहां के नैसर्गिक पर्यटक स्थलों के मोहपाश में इस तरह बंध जाएंगे कि वे यहां बार-बार आने का लोभ संवरण नहीं कर पाएंगे।संथाल परगना में स्थित पर्यटक स्थलों की बात करें तो यहां ऐसे कई धार्मिक और पर्यटक स्थल हैं ,जहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों की तादाद में इजाफा होनेवाला है। जानते हैं यहां के पर्यटक स्थलों के बारे में जहां अब पर्यटकों की संख्या में इजाफा होनेवाला है। बासुकीनाथ धाम : बाबा बैद्यना...
अनूपपुर: चातुर्मास के लिए पधारे जैन मुनियों का हुआ भव्य स्वागत

अनूपपुर: चातुर्मास के लिए पधारे जैन मुनियों का हुआ भव्य स्वागत

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गाजे-बाजे सहित कदम-कदम पर मुनि संघ का हुआ पग प्रक्षालन अनूपपुर, 16 जुलाई (एजेंसी)। दिगंबर जैन समाज के सर्वोच्च संत आचार्य भगवंत श्री 108 विद्यासागर महामुनिराज के परम शिष्य निर्यापक मुनि श्री 108 प्रशांत सागर जी मुनिराज, मुनि श्री 108 निर्वेग सागर जी मुनिराज, मुनि श्री 108 शीतल सागर जी मुनिराज, एलक श्री 105 निजानंद सागर जी महाराज का धर्म नगरी कोतमा नगर में शुक्रवार को दोपहर में आगमन हुआ। मुनिश्री का सासंघ चातुर्मास कोतमा में श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में होगा। इस दौरान बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग मौजूद रहे। सासंघ 4 मुनिराजों का कोतमा नगर में मंगल प्रवेश मंगल भवन ठाकुरबाबा धाम से गाजे बाजे के साथ जैन समाज के अलावा नगर के अनेक राजनीतिक दलों के नेतागण, जनप्रतिनिधि सहित समाज के श्रद्धालुओं ने गुरुवरों की अगवानी कर जुलूस के रूप में नगर प्रवेश कराया। नगर में प्रवेश की जहा...
सावन के पहले दिन गंगा द्वार से उतारी काशी विश्वनाथ और मां गंगा की आरती

सावन के पहले दिन गंगा द्वार से उतारी काशी विश्वनाथ और मां गंगा की आरती

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- गंगा निर्मलीकरण की कामना से बाबा विश्वनाथ का गंगाजल से अभिषेक वाराणसी,14 जुलाई (एजेंसी)। सावन माह के प्रथम दिन गुरूवार को नमामि गंगे ने भव्य दिव्य गंगा द्वार से जन कल्याण की कामना कर बाबा विश्वनाथ और मां गंगा की भव्य आरती उतारी। आरती के बाद भगवान शिव शंकर से समृद्धिशाली आत्मनिर्भर भारत के लिए गुहार लगाई। साथ ही गंगाजल से श्री काशी विश्वनाथ का अभिषेक कर निर्मलीकरण की कामना की गई। इसके बाद ललिता घाट स्थित गंगाद्वार के किनारे नमामि गंगे के सदस्यों ने गंगा तट की सफाई करके स्वच्छता का संदेश दिया। ध्वनि विस्तारक यंत्र से स्वच्छता को संस्कार के रूप में शामिल करने की अपील की गई। गंगाद्वार पर द्वादश ज्योतिर्लिंग और गंगाष्टकम का पाठ किया गया। कार्यक्रम के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि देवाधिदेव महादेव जन कल्याणकारी हैं। जब भी त्रिभुवन पर संकट के बादल छाते हैं देवाधिदेव उस संकट को आत्मसात...