भारत के पहले हिंद केसरी रामचंद्र पहलवान का निधन
बुरहानपुर। देश-दुनिया में कुश्ती आज भी लोकप्रिय खेल है. पुराने जमाने में जब मनोरंजन के कोई साधन नहीं थे, तो कुश्ती सबसे प्रिय खेल कहलाता था. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक कुश्ती का आनंद लेते थे. बड़े-बड़े दंगल होते थे, जहां पहलवान कुश्ती के दांव पेंच दिखाते थे. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर में भी प्रथम हिंद केसरी रामचंद्र बाबूलाल पहलवान थे, जिन्होंने 1958 में 7 मिनट में थल सेना के मशहूर पहलवान को पटखनी देकर हिंद केसरी का खिताब जीता था. नेपानगर में शनिवार को लंबी बीमारी के चलते 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. उनके निधन की खबर से कुश्ती प्रेमी शोक में हैं.
दिवंगत रामचंद्र पहलवान के बेटे राजेंद्र शाह और बच्चू भगत ने कहा कि उनके पिता रामचंद्र बाबूलाल पहलवान का जन्म बुरहानपुर में 1929 में हुआ था. बचपन से ही उन्हें कुश्ती लड़ने का शौक था. उन्होंने हैदराबाद में 1 जून 1958 को हिंद ...