
शनि-मंगल मिलकर कर करेंगे बड़ा बदलाव, पांच राशियों को हो सकता है नुकसान
उज्जैन। वैदिक ज्योतिष में सभी ग्रहों की अपनी विशेष भूमिका होती है। सभी ग्रहों की चाल का प्रभाव सभी राशियों के जातकों के जीवन पर पड़ता है। ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष में दो ग्रह शनि और मंगल की विशेष भूमिका होती है। ये दोनों ही ग्रह कई तरह के योग बनाते हैं। शनि जिनका नाम आते ही लोग भयभीत हो जाते हैं और मंगल ग्रह जो उग्र माने जाते हैं इन दोनों ग्रहों की युति या फिर द्दष्टि पड़ने से कई तरह के अशुभ फल की प्राप्ति होती है। दरअसल इस समय शनि अपनी तीसरी द्दष्टि मंगल पर डाल रहे हैं जिसे अच्छा नहीं माना जाता है।
मंगल ग्रह जोकि साहस, ऊर्जा और पराक्रम के देवता माने जाते हैं वह अब अपनी ही राशि मेष में बीते 01 जून 2024 से विराजमान हैं। इस पर शनि की तीसरी द्दष्टि पड़ रही है। मंगल पर शनि की यह तीसरी द्दष्टि 12 जुलाई 2024 तक रहेगी। ऐसे में 12 जुलाई तक कुछ राशि ...