Saturday, April 12"खबर जो असर करे"

जीवन शैली

सावन मेला की तैयारी, अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में VIP दर्शन

सावन मेला की तैयारी, अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में VIP दर्शन

जीवन शैली, देश
अयोध्‍या। सावन माह का आरम्भ सोमवार से हो रहा है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा का भी शुभारम्भ हो जाएगा। इस दौरान अयोध्या में मां सरयू का पवित्र जल लेने के लिए लाखों की संख्या में कांवड़ यात्री आते हैं और जल लेकर अपने मनौती के शिवालयों में जलाभिषेक के लिए प्रस्थान करते हैं। यहां जलचढ़ी त्रयोदशी यानी सावन कृष्ण त्रयोदशी को सर्वाधिक भीड़ होती है। कांवड़िया श्रद्धालु सरयू में डुबकी लगाकर भीगे वस्त्र से नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक के बाद प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन भी करते हैं। इसी सिलसिले में हनुमानगढ़ी में भीड़ के भारी दबाव को ध्यान में रखकर निकास द्वार को शनिवार से खोलने का फैसला किया गया है। इस मार्ग से वीआईपी दर्शन भी सुलभ हो सकेगा। निकास द्वार अति संकरा होने के कारण जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के सलाह पर हनुमानगढ़ी अखाड़े के पंचों ने निकास द्वार को चौड़ा कराने की योजना प्रस्ता...
सावन पर 72 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर बरसेगी महादेव की कृपा

सावन पर 72 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर बरसेगी महादेव की कृपा

जीवन शैली
उज्‍जैन। सनातन धर्म में सावन के महीने को काफी पवित्र माना जाता है. सावन के महीने में जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल सावन माह का प्रारम्भ और पहला सोमवार 22 जुलाई को ही है. पहले ही दिन सोमवार पड़ने से इस बार भक्तों को 5 सोमवार मिलेंगे और सावन महीने का समापन 19 अगस्त को होगा. ती​र्थनगरी सोरों के ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव कुमार दीक्षित बताते हैं कि इस बार सावन पर 72 साल बाद दुर्लभ संयोग बना है. सावन का प्रारंभ और समापन दोनों ही सोमवार के दिन हो रहा है. सावन पर 72 साल बाद दुर्लभ संयोग सावन माह की शुरुआत और समापन दोनों ही इस बार सोमवार को होंगे. ऐसा दुर्लभ योग 72 वर्ष पहले 27 जुलाई 1953 को बना था, जब सावन महीने की शुरुआत और समापन सोमवार के साथ हुआ था. सावन में 6 शुभ योग भी इस बार सावन में 6 शुभ योगों का निर्मा...
Saawan Special: सावन महीने में शिवलिंग पर चढ़ाएं ये फूल, भोलेनाथ होंगे बेहद प्रसन्न

Saawan Special: सावन महीने में शिवलिंग पर चढ़ाएं ये फूल, भोलेनाथ होंगे बेहद प्रसन्न

जीवन शैली
उज्‍जैन (Ujjain) सावन का महीना यानी भगवान शिव का प्रिय महीना। ये महीना वो है जब भगवान शिव अपने भक्तों से मिलने और उनकी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर भ्रमण करने आते हैं। सभी भक्त भी सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।भगवान शिव को यूं ही भोलेनाथ नहीं कहा जाता। प्रेम भाव से एक लोटा जल चढ़ाने पर ही वो खुश हो जाते हैं। आज हम आपको भगवान शिव के प्रिय पांच फूलों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें घर में लगाने से भोलेनाथ की कृपा आपके घर पर बनी रहेगी। भगवान को जल चढ़ाते समय भी आप ये फूल अर्पित कर सकते हैं। कनेर का फूल भगवान शिव को कनेर का फूल बेहद प्रिय है। शास्त्रों में भी कनेर के फूलों से शिवजी की पूजा करने का वर्णन मिलता है। सावन के महीने में सोमवार के दिन शिवलिंग पर कनेर के फूल अर्पित करने से भगवान शिव बहुत प्रदान होते हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं ...
क्या आपको पता है असली और नकली रुद्राक्ष में फर्क?

क्या आपको पता है असली और नकली रुद्राक्ष में फर्क?

जीवन शैली, देश
उज्‍जैन (Ujjain)। हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का काफी ज्यादा महत्व है। कहा जाता है कि ये भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ था। इसके कई प्रकार होते हैं। ये एक मुखी से लेकर 21 मुखी तक मिलता है। इन सभी में भगवान शिव के अलग-अलग स्वरूप वास करते हैं। दो शब्दों से बना रुद्राक्ष में रूद्र का अर्थ है महादेव और अक्ष का अर्थ आंसू होता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक कहा जाता है कि किसी अध्यात्मिक काम में रुद्राक्ष का इस्तेमाल करने से सभी काम सफल हो जाते हैं, हालांकि, बाजार में रुद्राक्ष के नाम पर कई बार नकली रुद्राक्ष बेचते हैं। ऐसे में यहां कुछ तरीके बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप रुद्राक्ष की प्योरिटी को चेक कर सकते हैं। पानी में टेस्ट करें कहा जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष के मनके को चेक करने के लिए इसे पानी में डुबोएं और कुछ घंटों तक उबालें। अगर रुद्राक्ष का रंग नहीं बदलता है और कोई ध्यान देने ...
ज्‍योतिष: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा 6 घंटे, 12 राशियों पर पड़ेगा असर

ज्‍योतिष: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा 6 घंटे, 12 राशियों पर पड़ेगा असर

जीवन शैली, देश
उज्‍जैन। जल्द ही साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इस बार लगभग 6 घंटे और 4 मिनट तक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। वहीं, सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों के लिए ग्रहण अच्छा वक्त लेकर आएगा तो कुछ को जीवन में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है। साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर, 2024 के दिन लगने जा रहा है। वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए साल का दूसरा सूर्य ग्रहण बेहद ही शुभ माना जा रहा है। किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए दिन का पहला पहर शुभ है। सालों से रुके हुए काम आपके धीरे-धीरे बनना शुरू हो जाएंगे। नौकरी कर रहे लोगों को बॉस का भरपूर साथ मिलेगा। कर्क राशि कर्क राशि वालों के लिए साल का दूसरा सूर्य ग्रहण फायदेमंद माना जा रहा है। बिजनेस कर रहे लोगों को नए इन्वेस्टर्स और क्लाइंट्स मिल सकते हैं। आज आप...
ज्‍योतिष: गुरु बृहस्पति 2025 में मई के महीने में बुध की राशि में करेंगे प्रवेश

ज्‍योतिष: गुरु बृहस्पति 2025 में मई के महीने में बुध की राशि में करेंगे प्रवेश

जीवन शैली
उज्‍जैन (Ujjain)। गुरु की शुभ स्थिति जीवन में सुख-समृद्धि लाती है। गुरु इस वक्त वृषभ राशि में विराजमान हैं, जिसके स्वामी ग्रह शुक्र हैं। गुरु देव उदित अवस्था में हैं। ग्रहों के गुरु बृहस्पति 2025 में मई के महीने में बुध की राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र की राशि में गुरु के गोचर करने से सभी राशियां प्रभावित रहेंगी। कुछ राशियां लाभ पाएंगी तो कुछ को लॉस भी होगा। सिंह राशि सिंह राशि वालों आपके लिए गुरु का वृषभ राशि में गोचर करना बेहद ही लाभदायक साबित हो सकता है। व्यापार क्षेत्र में आपको विदेशी डील प्राप्त हो सकती है। लाइफ पार्टनर के साथ चल रही मुश्किलें धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी। गुरु के शुभ प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति भी सुधर जाएगी। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। कन्या राशि वृषभ राशि में गुरु के राशि परिवर्तन से कन्या राशि के जातकों को लाभ मिलेगा। आपके रुके हुए काम फिर से बनने लग...
12 जुलाई से मंगलदेव इन 3 राशियों को करेंगे प्रभावित

12 जुलाई से मंगलदेव इन 3 राशियों को करेंगे प्रभावित

जीवन शैली
उज्‍जैन। ज्योतिष में मंगल को साहस, ऊर्जा, आत्मविश्वास व पराक्रम आदि का कारक माना गया है। जन्मकुंडली में मंगल की शुभ स्थिति जातक को अच्छे परिणाम प्रदान करती है, लेकिन ग्रहों के सेनापति की खराब स्थिति अशुभ फल देती है। 12 जुलाई को मंगल रात 07 बजकर 12 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के वृषभ राशि में प्रवेश सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। जहां मंगल गोचर से कुछ राशियों को शुभ फलों की प्राप्ति होगी, तो वहीं कुछ जातकों के लिए यह गोचर अशुभ फल प्रदान कर सकता है। 1. मिथुन राशि- मंगल राशि परिवर्तन मिथुन राशि वालों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इस अवधि में आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। शत्रु आपको परास्त करने की कोशिश करेंगे। इस अवधि में धन से जुड़ा कोई भी फैसला बहुत सोच-समझकर लें। करियर से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें। 12 साल बाद शुक्र के रोहिणी नक्षत्र में गुरु, इन 3 राशिय...
इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी गुरु पूर्णिमा, जानिए मुहूर्त और महत्व

इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी गुरु पूर्णिमा, जानिए मुहूर्त और महत्व

जीवन शैली
हरिद्वार। गुरु पूर्णिमा यानी आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadha Purnima 2024) के अवसर पर शिष्य अपने गुरुओं की पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यताओं अनुसार इस दिन महाभारत ग्रंथ के रचयिता वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। साल 2024 में गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मनाई जाएगी. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2024 में होने वाली गुरु पूर्णिमा सर्वार्थ सिद्धि योग में पड़ रही है. सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी धार्मिक कार्य विशेष फल प्रदान करता है. गुरु पूर्णिमा का पर्व भारत समेत सभी पूरे विश्व में हर धर्म के लोग मानते हैं. गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर, जीवन जीने की कला सभी में व्यक्ति का मार्गदर्शन करता है. हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से भी ऊपर बताया गया है. इसलिए हिंदू धर्म में 21 जुलाई 2024 को गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही उत्साह, पूरे विधि विधान और गुरु को समर्पित होकर मनाया जाएगा. गुरु पूर्णिमा पर्व प...

‘रायता’ को इंग्लिश में क्या कहते हैं? आज जान लीजिए

जीवन शैली
मुंबई। साउथ एशियन खासतौर पर हम भारतीय लोगों को खाने-पीने का भरपूर शौक होता है. दिन में तीन वक्त अलग-अलग तरह का खाना हमें खाना पसंद होता है. भारतीय खाने में कुछ ऐसी चीज़ें भी हैं, जो पारंपरिक रूप से चली आ रही हैं. इनमें से एक डिश है -रायता. ये आमतौर पर सबको ही पसंद होता है लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि इसे इंग्लिश में क्या कहकर मंगाएंगे. भारतीय दावतों की बात करें, तो ये रायते के बिना पूरी नहीं होतीं. चाहे नाश्ते में पराठे हों या फिर दोपहर का भरा-पूरा खाना, रायता इसका स्वाद बढ़ा देता है. वैसे इस डिश को अंग्रेज़ी में क्या कहते हैं ये भी आपको शायद ही पता हो लेकिन ज़रा गंभीरता से सोचिए, इसे ‘रायता’ नाम किस भाषा से मिला. रायते को अंग्रेज़ी में क्या कहेंगे? रायता फैलना और रायता फैलाना जैसे जुमले तो खूब इस्तेमाल किए जाते हैं. ये डिश दही के साथ किसी चीज को मिक्स कर बनाई जाती है और इसके सा...