Thursday, November 21"खबर जो असर करे"

जीवन शैली

ज्‍योतिष: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा 6 घंटे, 12 राशियों पर पड़ेगा असर

ज्‍योतिष: साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा 6 घंटे, 12 राशियों पर पड़ेगा असर

जीवन शैली, देश
उज्‍जैन। जल्द ही साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इस बार लगभग 6 घंटे और 4 मिनट तक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। वहीं, सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों के लिए ग्रहण अच्छा वक्त लेकर आएगा तो कुछ को जीवन में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है। साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर, 2024 के दिन लगने जा रहा है। वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए साल का दूसरा सूर्य ग्रहण बेहद ही शुभ माना जा रहा है। किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए दिन का पहला पहर शुभ है। सालों से रुके हुए काम आपके धीरे-धीरे बनना शुरू हो जाएंगे। नौकरी कर रहे लोगों को बॉस का भरपूर साथ मिलेगा। कर्क राशि कर्क राशि वालों के लिए साल का दूसरा सूर्य ग्रहण फायदेमंद माना जा रहा है। बिजनेस कर रहे लोगों को नए इन्वेस्टर्स और क्लाइंट्स मिल सकते हैं। आज आप...
ज्‍योतिष: गुरु बृहस्पति 2025 में मई के महीने में बुध की राशि में करेंगे प्रवेश

ज्‍योतिष: गुरु बृहस्पति 2025 में मई के महीने में बुध की राशि में करेंगे प्रवेश

जीवन शैली
उज्‍जैन (Ujjain)। गुरु की शुभ स्थिति जीवन में सुख-समृद्धि लाती है। गुरु इस वक्त वृषभ राशि में विराजमान हैं, जिसके स्वामी ग्रह शुक्र हैं। गुरु देव उदित अवस्था में हैं। ग्रहों के गुरु बृहस्पति 2025 में मई के महीने में बुध की राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र की राशि में गुरु के गोचर करने से सभी राशियां प्रभावित रहेंगी। कुछ राशियां लाभ पाएंगी तो कुछ को लॉस भी होगा। सिंह राशि सिंह राशि वालों आपके लिए गुरु का वृषभ राशि में गोचर करना बेहद ही लाभदायक साबित हो सकता है। व्यापार क्षेत्र में आपको विदेशी डील प्राप्त हो सकती है। लाइफ पार्टनर के साथ चल रही मुश्किलें धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी। गुरु के शुभ प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति भी सुधर जाएगी। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। कन्या राशि वृषभ राशि में गुरु के राशि परिवर्तन से कन्या राशि के जातकों को लाभ मिलेगा। आपके रुके हुए काम फिर से बनने लग...
12 जुलाई से मंगलदेव इन 3 राशियों को करेंगे प्रभावित

12 जुलाई से मंगलदेव इन 3 राशियों को करेंगे प्रभावित

जीवन शैली
उज्‍जैन। ज्योतिष में मंगल को साहस, ऊर्जा, आत्मविश्वास व पराक्रम आदि का कारक माना गया है। जन्मकुंडली में मंगल की शुभ स्थिति जातक को अच्छे परिणाम प्रदान करती है, लेकिन ग्रहों के सेनापति की खराब स्थिति अशुभ फल देती है। 12 जुलाई को मंगल रात 07 बजकर 12 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के वृषभ राशि में प्रवेश सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। जहां मंगल गोचर से कुछ राशियों को शुभ फलों की प्राप्ति होगी, तो वहीं कुछ जातकों के लिए यह गोचर अशुभ फल प्रदान कर सकता है। 1. मिथुन राशि- मंगल राशि परिवर्तन मिथुन राशि वालों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इस अवधि में आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। शत्रु आपको परास्त करने की कोशिश करेंगे। इस अवधि में धन से जुड़ा कोई भी फैसला बहुत सोच-समझकर लें। करियर से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें। 12 साल बाद शुक्र के रोहिणी नक्षत्र में गुरु, इन 3 राशिय...
इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी गुरु पूर्णिमा, जानिए मुहूर्त और महत्व

इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी गुरु पूर्णिमा, जानिए मुहूर्त और महत्व

जीवन शैली
हरिद्वार। गुरु पूर्णिमा यानी आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadha Purnima 2024) के अवसर पर शिष्य अपने गुरुओं की पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यताओं अनुसार इस दिन महाभारत ग्रंथ के रचयिता वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। साल 2024 में गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मनाई जाएगी. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2024 में होने वाली गुरु पूर्णिमा सर्वार्थ सिद्धि योग में पड़ रही है. सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी धार्मिक कार्य विशेष फल प्रदान करता है. गुरु पूर्णिमा का पर्व भारत समेत सभी पूरे विश्व में हर धर्म के लोग मानते हैं. गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर, जीवन जीने की कला सभी में व्यक्ति का मार्गदर्शन करता है. हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से भी ऊपर बताया गया है. इसलिए हिंदू धर्म में 21 जुलाई 2024 को गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही उत्साह, पूरे विधि विधान और गुरु को समर्पित होकर मनाया जाएगा. गुरु पूर्णिमा पर्व प...

‘रायता’ को इंग्लिश में क्या कहते हैं? आज जान लीजिए

जीवन शैली
मुंबई। साउथ एशियन खासतौर पर हम भारतीय लोगों को खाने-पीने का भरपूर शौक होता है. दिन में तीन वक्त अलग-अलग तरह का खाना हमें खाना पसंद होता है. भारतीय खाने में कुछ ऐसी चीज़ें भी हैं, जो पारंपरिक रूप से चली आ रही हैं. इनमें से एक डिश है -रायता. ये आमतौर पर सबको ही पसंद होता है लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि इसे इंग्लिश में क्या कहकर मंगाएंगे. भारतीय दावतों की बात करें, तो ये रायते के बिना पूरी नहीं होतीं. चाहे नाश्ते में पराठे हों या फिर दोपहर का भरा-पूरा खाना, रायता इसका स्वाद बढ़ा देता है. वैसे इस डिश को अंग्रेज़ी में क्या कहते हैं ये भी आपको शायद ही पता हो लेकिन ज़रा गंभीरता से सोचिए, इसे ‘रायता’ नाम किस भाषा से मिला. रायते को अंग्रेज़ी में क्या कहेंगे? रायता फैलना और रायता फैलाना जैसे जुमले तो खूब इस्तेमाल किए जाते हैं. ये डिश दही के साथ किसी चीज को मिक्स कर बनाई जाती है और इसके सा...
शनि-मंगल मिलकर कर करेंगे बड़ा बदलाव, पांच राशियों को हो सकता है नुकसान

शनि-मंगल मिलकर कर करेंगे बड़ा बदलाव, पांच राशियों को हो सकता है नुकसान

जीवन शैली
उज्‍जैन। वैदिक ज्योतिष में सभी ग्रहों की अपनी विशेष भूमिका होती है। सभी ग्रहों की चाल का प्रभाव सभी राशियों के जातकों के जीवन पर पड़ता है। ग्रह एक निश्चित अंतराल पर एक से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष में दो ग्रह शनि और मंगल की विशेष भूमिका होती है। ये दोनों ही ग्रह कई तरह के योग बनाते हैं। शनि जिनका नाम आते ही लोग भयभीत हो जाते हैं और मंगल ग्रह जो उग्र माने जाते हैं इन दोनों ग्रहों की युति या फिर द्दष्टि पड़ने से कई तरह के अशुभ फल की प्राप्ति होती है। दरअसल इस समय शनि अपनी तीसरी द्दष्टि मंगल पर डाल रहे हैं जिसे अच्छा नहीं माना जाता है। मंगल ग्रह जोकि साहस, ऊर्जा और पराक्रम के देवता माने जाते हैं वह अब अपनी ही राशि मेष में बीते 01 जून 2024 से विराजमान हैं। इस पर शनि की तीसरी द्दष्टि पड़ रही है। मंगल पर शनि की यह तीसरी द्दष्टि 12 जुलाई 2024 तक रहेगी। ऐसे में 12 जुलाई तक कुछ राशि ...
मांगलिक होना दोष नहीं, वरदान है ! जानिए ज्योतिषी की राय

मांगलिक होना दोष नहीं, वरदान है ! जानिए ज्योतिषी की राय

जीवन शैली
उज्‍जैन। आम तौर पर कुंडली में मंगल दोष पाये जाने पर जातक घबड़ा जाते हैं और तमाम तरह की आशंकाओं से घिर जाते हैं। लेकिन आपको बता दें कि कुंडली में मांगलिक दोष का होना उतना बुरा भी नहीं है, जितना प्रचारित किया जाता है। मांगलिक दोष किसी के लिए हानिकारक, तो कई लोगों के लिए लाभकारी भी हो सकता है. ज्‍योतिष के अनुसार मांगलिक दोष के कारण व्यक्ति में साहस, ऊर्जा और दृढ़ता का संचार होता है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता दिला सकता है. मांगलिक दोष के उपायों के बारे में बताते हुए पंडित मिश्रा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति की जन्मकुंडली में मंगल लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में से किसी भी एक भाव में है, तो यह ‘मांगलिक दोष’ कहलाता है. कुंडली में आंशिक या पूर्ण मंगल दोष हो सकता है. मान्यता अनुसार ‘मांगलिक दोष’ वाले जातक की पूजा वर अथवा कन्या का विवाह किसी ‘मांगलिक दोष’ वाले जातक से ही ...
कठिन कष्ट को भी काट देंगे काल भैरव, तंत्र साधक कालाष्टमी पर करें ये उपाय

कठिन कष्ट को भी काट देंगे काल भैरव, तंत्र साधक कालाष्टमी पर करें ये उपाय

जीवन शैली
उज्जैन. सनातन धर्म में प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है. कालाष्टमी के दिन भगवान शंकर के रौद्र रूप की काल भैरव की उपासना की जाती है. मान्यता है कि काल भैरव की पूजा से जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं. तंत्र साधक कालाष्टमी पर काल भैरव की विशेष पूजा करते हैं. इस दिन अगर आप भी ज्योतिषीय उपाय करें तो काल जीवन के संकट दूर हो सकते हैं.   कब है काला अष्टमी हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 28 जून को शाम 4 बजकर 27 मिनट पर शुरू होगी और 29 जून को दोपहर 2 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी. काल भैरव की पूजा निशा काल में की जाती है. अतः 28 जून को कालाष्टमी मनाई जाएगी. साधक 28 जून को व्रत रख कर काल भैरव की पूजा-उपासना कर सकते हैं.   कालाष्टमी पर जरूर करें ये उपाय   अगर आप जीवन के सुख-साधनों में बढ़ोतरी चा...
9 वें कल्याण महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में 22 जून को भव्य शोभायात्रा के साथ महाकुंभ होगा प्रारंभ

9 वें कल्याण महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में 22 जून को भव्य शोभायात्रा के साथ महाकुंभ होगा प्रारंभ

जीवन शैली
निंबाहेड़ा ! मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ के 19 वें कल्याण महाकुंभ को भव्यतम रूप देने के लिए वेदपीठ के पदाधिकारियों, न्यासियों, आचार्यों, बटुकों, वीर वीरांगनाओं, शक्ति ग्रुप की बालिकाओं, कृष्णा शक्ति दल की माता-बहनों एवं बड़ी संख्या में कल्याण भक्तों द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कल्याण नगरी का प्रत्येक वाशिंदा इस महाकुंभ को द्विगुणित करने के लिए पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ तत्परता से जुटा हुआ हैं। वेदपीठ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि महाकुंभ के प्रथम दिवस 22 जून को आयोजित होने वाली भव्य शोभायात्रा के साथ अष्ट दिवसीय महाकुंभ प्रारंभ हो जाएगा। इस शोभायात्रा दशहरा मैदान स्थित ढाबेश्वर महादेव से प्रात: 7 बजे प्रारंभ होगी। जिसमें मुख्य आकर्षण पूना के 70 कलाकारों का बैंड, हाथी, घोड़े, ऊंट, ऊंट गाड़िया, झांकियां, 11 स्थ...