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जीवन शैली

Weight Loss: ये चार तरह की चाय वजन घटाने के लिए कारगर

Weight Loss: ये चार तरह की चाय वजन घटाने के लिए कारगर

अवर्गीकृत, जीवन शैली, बॉलीवुड
भोपाल। वजन कम करने वाले लोग सबसे पहले खाना छोड़ते हैं और फिर जिम जॉइन कर लेते हैं। लेकिन फिर भी वजन कम नहीं होता ऐसा क्यों? दरअसल, ऐसा सही रूटीन को फॉलो न कर पाने की वजह से होता है। वजन कम करने के लिए आपको एक ऐसे रूटीन को फॉलो करना चाहिए जिसे आप लंबे समय तक फॉल कर सकें। वजन कम करने वाले लोग अपने रूटीन में 4 तरह की इन चाय को पी सकते हैं। ये चाय वेट लॉस करने के लिए काफी ज्यादा फेमस हैं। वहीं जो लोग रोजाना इनमें से किसी एक चाय को पीते हैं तो उनको तुरंत फर्क दिखेगा। अजवाइन की चाय- अजवायन को पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। वजन घटाने और पेट अंदर करने के लिए अजवाइन की चाय बनाकर पी सकते हैं। इस चाय में को बनाने के लिए पानी में अदरक कूटकर डालें और फिर एक चम्मच अजवाइन को भी इसमें मिलाा दें। पानी उबल जाने के बाद छान लें और फिर इसमें आधा नींबू निचौड़ लें। अब इस चाय को घूंट-घूंट कर पीएं। सौंफ की ...
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां हैं स्थित? जानें इन धार्मिक स्थलों के बारे में

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां हैं स्थित? जानें इन धार्मिक स्थलों के बारे में

जीवन शैली
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग कहां-कहां हैं स्थित? जानें इन धार्मिक स्थलों के बारे में उज्‍जैन। हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व माना गया है. यह भगवान शिव के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक हैं. ज्योतिर्लिंग का शाब्दिक अर्थ 'ज्योति का लिंग' होता है, जो भगवान शिव की दिव्य ज्योति को प्रतिष्ठित करता है. भारत में 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग हैं जिनका संबंध महाकाल शिव जी से है. कहा जाता है कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से भक्तों के समस्त प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के जन्म-जन्मांतर के सारे पाप मिट जाते हैं. भारत के सभी पवित्र स्थलों में 12 ज्योतिर्लिंगों का महत्वपूर्ण स्थान है. यहां हर ज्योतिर्लिंग की एक पौराणिक कथा है जो भगवान शिव से किसी न किसी रूप में जुड़ी हुई है. जानते हैं इनके बारे में. 1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर, हिन्दू ध...
Chaturgrahi Yoga 2024: अगस्त माह में सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग दिखाएगा कमाल

Chaturgrahi Yoga 2024: अगस्त माह में सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग दिखाएगा कमाल

जीवन शैली
उज्‍जैन। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार अगस्त का महीना बेहद खास माना जा रहा है। अगस्त माह में सूर्यदेव की राशि सिंह में चार ग्रहों की युति होने जा रही है। अगस्त में सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। इसके अलावा 31 जुलाई को शुक्र ग्रह सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं बुध ग्रह पहले से ही सिंह राशि में विराजमान है और अगस्त में चंद्रमा भी सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। जहां सूर्यदेव और बुध देव कि युति से बुधादित्य राजयोग बनेगा वहीं सिंह राशि में सूर्य, बुध, शुक्र और चंद्रमा की युति चतुर्ग्रही योग का निर्माण करेगी। यह योग तीन राशि के जातकों को आर्थिक लाभ प्रदान करेगा। सिंह राशि सिंह राशि के जातकों के लिए चतुर्ग्रही योग लाभकारी रहने वाला है। सिंह राशि वालों को नौकरी में तरक्की प्राप्त होगी। सैलरी में भी वृद्धि होने की संभावना है। सिंह राशि के जो जातक अविवाहित हैं उनके लिए विवाह के प्...
दुर्लभ योग : धनवानों की हथेली में होता है यह दुर्लभ “करोड़पति योग”

दुर्लभ योग : धनवानों की हथेली में होता है यह दुर्लभ “करोड़पति योग”

जीवन शैली
उज्‍जैन। हस्तरेखा शास्त्र सदियों से लोगों को उनके जीवन और भविष्य के बारे में जानकारी देने का एक लोकप्रिय तरीका रहा है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति की हथेली में मौजूद रेखाएं उसके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, करियर, विवाह, धन-दौलत और भविष्य के बारे में कई रहस्य उजागर करती हैं। वेदों में ज्योतिष को नेत्र का दर्जा दिया गया है, ऐसा इसलिए क्योंकि भविष्य में जो भी होने वाला है, वो आप ज्योतिष के माध्यम से देख सकते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली पर खींची हुई हर आड़ी तिरछी रेखाओं का कुछ न कुछ महत्व होता है। हर अलग अलग रेखा व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, धन, प्रेम, करियर और जीवन के अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी दे सकती हैं। ऐसी ही एक रेखा है "करोड़पति योग" रेखा, जो माना जाता है कि धनवानों की हथेली में पाई जाती है। आइए इस लेख में इसी करोड़पति योग के बारे में विस्तार से जानते हैं।...
गुरु पूर्णिमा पर बना दुर्लभ संयोग, इन तीन राशियों पर होगी धनवर्षा

गुरु पूर्णिमा पर बना दुर्लभ संयोग, इन तीन राशियों पर होगी धनवर्षा

जीवन शैली, दिल्ली
गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई, 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतिबिंब होता है। इस साल गुरु पूर्णिमा के दिन ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। साथ ही कुछ राशियों के लिए यह दिन लकी साबित होने वाला है। सूर्य, बुध और शुक्र कर्क राशि में रहेंगे। इसके साथ ही गुरु वृषभ राशि में रहेंगे। इस दुर्लभ संयोग का कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में आइए इस लेख में जानते हैं कि कौन-कौन से दुर्लभ संयोग बन रहे हैं साथ ही ये भी जानेंगे कि किन राशियों के लिए गुरु पूर्णिमा का दिन बहुत खास रहने वाला है। बन रहे हैं ये दुर्लभ संयोग सर्व...
सावन मेला की तैयारी, अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में VIP दर्शन

सावन मेला की तैयारी, अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में VIP दर्शन

जीवन शैली, देश
अयोध्‍या। सावन माह का आरम्भ सोमवार से हो रहा है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा का भी शुभारम्भ हो जाएगा। इस दौरान अयोध्या में मां सरयू का पवित्र जल लेने के लिए लाखों की संख्या में कांवड़ यात्री आते हैं और जल लेकर अपने मनौती के शिवालयों में जलाभिषेक के लिए प्रस्थान करते हैं। यहां जलचढ़ी त्रयोदशी यानी सावन कृष्ण त्रयोदशी को सर्वाधिक भीड़ होती है। कांवड़िया श्रद्धालु सरयू में डुबकी लगाकर भीगे वस्त्र से नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक के बाद प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन भी करते हैं। इसी सिलसिले में हनुमानगढ़ी में भीड़ के भारी दबाव को ध्यान में रखकर निकास द्वार को शनिवार से खोलने का फैसला किया गया है। इस मार्ग से वीआईपी दर्शन भी सुलभ हो सकेगा। निकास द्वार अति संकरा होने के कारण जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के सलाह पर हनुमानगढ़ी अखाड़े के पंचों ने निकास द्वार को चौड़ा कराने की योजना प्रस्ता...
सावन पर 72 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर बरसेगी महादेव की कृपा

सावन पर 72 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग, इन राशियों पर बरसेगी महादेव की कृपा

जीवन शैली
उज्‍जैन। सनातन धर्म में सावन के महीने को काफी पवित्र माना जाता है. सावन के महीने में जो भी भक्त श्रद्धापूर्वक भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल सावन माह का प्रारम्भ और पहला सोमवार 22 जुलाई को ही है. पहले ही दिन सोमवार पड़ने से इस बार भक्तों को 5 सोमवार मिलेंगे और सावन महीने का समापन 19 अगस्त को होगा. ती​र्थनगरी सोरों के ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव कुमार दीक्षित बताते हैं कि इस बार सावन पर 72 साल बाद दुर्लभ संयोग बना है. सावन का प्रारंभ और समापन दोनों ही सोमवार के दिन हो रहा है. सावन पर 72 साल बाद दुर्लभ संयोग सावन माह की शुरुआत और समापन दोनों ही इस बार सोमवार को होंगे. ऐसा दुर्लभ योग 72 वर्ष पहले 27 जुलाई 1953 को बना था, जब सावन महीने की शुरुआत और समापन सोमवार के साथ हुआ था. सावन में 6 शुभ योग भी इस बार सावन में 6 शुभ योगों का निर्मा...
Saawan Special: सावन महीने में शिवलिंग पर चढ़ाएं ये फूल, भोलेनाथ होंगे बेहद प्रसन्न

Saawan Special: सावन महीने में शिवलिंग पर चढ़ाएं ये फूल, भोलेनाथ होंगे बेहद प्रसन्न

जीवन शैली
उज्‍जैन (Ujjain) सावन का महीना यानी भगवान शिव का प्रिय महीना। ये महीना वो है जब भगवान शिव अपने भक्तों से मिलने और उनकी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर भ्रमण करने आते हैं। सभी भक्त भी सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं।भगवान शिव को यूं ही भोलेनाथ नहीं कहा जाता। प्रेम भाव से एक लोटा जल चढ़ाने पर ही वो खुश हो जाते हैं। आज हम आपको भगवान शिव के प्रिय पांच फूलों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें घर में लगाने से भोलेनाथ की कृपा आपके घर पर बनी रहेगी। भगवान को जल चढ़ाते समय भी आप ये फूल अर्पित कर सकते हैं। कनेर का फूल भगवान शिव को कनेर का फूल बेहद प्रिय है। शास्त्रों में भी कनेर के फूलों से शिवजी की पूजा करने का वर्णन मिलता है। सावन के महीने में सोमवार के दिन शिवलिंग पर कनेर के फूल अर्पित करने से भगवान शिव बहुत प्रदान होते हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं ...
क्या आपको पता है असली और नकली रुद्राक्ष में फर्क?

क्या आपको पता है असली और नकली रुद्राक्ष में फर्क?

जीवन शैली, देश
उज्‍जैन (Ujjain)। हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का काफी ज्यादा महत्व है। कहा जाता है कि ये भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ था। इसके कई प्रकार होते हैं। ये एक मुखी से लेकर 21 मुखी तक मिलता है। इन सभी में भगवान शिव के अलग-अलग स्वरूप वास करते हैं। दो शब्दों से बना रुद्राक्ष में रूद्र का अर्थ है महादेव और अक्ष का अर्थ आंसू होता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक कहा जाता है कि किसी अध्यात्मिक काम में रुद्राक्ष का इस्तेमाल करने से सभी काम सफल हो जाते हैं, हालांकि, बाजार में रुद्राक्ष के नाम पर कई बार नकली रुद्राक्ष बेचते हैं। ऐसे में यहां कुछ तरीके बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप रुद्राक्ष की प्योरिटी को चेक कर सकते हैं। पानी में टेस्ट करें कहा जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष के मनके को चेक करने के लिए इसे पानी में डुबोएं और कुछ घंटों तक उबालें। अगर रुद्राक्ष का रंग नहीं बदलता है और कोई ध्यान देने ...