Friday, November 22"खबर जो असर करे"

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के सफल तीन वर्ष पूर्ण होने पर इंदौर में बड़ा कार्यक्रम

-केन्द्र और राज्य सरकार के मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों समेत मत्स्य पालन से जुड़े विभिन्न हितधारक होंगे शामिल

भोपाल (Bhopal)। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाय) (Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana – PMMSY)) के क्रियान्वयन के तीन सफल वर्ष पूरे होने के अवसर पर मत्स्य पालन विभाग भारत सरकार (Fisheries Department Government of India) द्वारा शुक्रवार, 15 सितंबर को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (Brilliant Convention Center of Indore) में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी बुधवार देर शाम जनसम्पर्क अधिकारी महिपाल अजय ने दी।

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी) हैदराबाद के समन्वय से हो रहा है। यह कार्यक्रम मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र के मछुआरों, मछली किसानों, उद्यमियों, अन्य हितधारकों, सरकारी अधिकारियों और उत्साही प्रतिभागियों को एक साथ लाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पीएमएमएसवाई की उपलब्धियों और भारत सरकार के मत्स्य पालन विभाग द्वारा कार्यान्वित विभिन्न अन्य योजनाओं को प्रदर्शित करना है। इस कार्यक्रम में भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार के पिछले नौ वर्षों के योगदान और उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में विशेष रूप से केन्द्रीय मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, केन्द्रीय राज्य मंत्री मत्स्य पालन डॉ संजीव कुमार बालियान, केन्द्रीय मत्स्य पालन राज्य मंत्री डॉ एल. मुरुगन, मप्र के मत्स्य पालन मंत्री तुलसीराम सिलावट उपस्थित रहेंगे और कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे। इस आयोजन में मुख्य रूप से केन्द्र सरकार के सचिव मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय डॉ अभिलक्ष लिखी (आईएएस), केन्द्र सरकार के संयुक्त सचिव सागर मेहरा तथा नीतू प्रसाद शामिल होंगे। इसी तरह एनएफडीबी के मुख्य कार्यकारी डॉ एल. नरसिम्हा मूर्ति और उप महानिदेशक (मत्स्य) आईसीएआर डॉ जेके जेना आदि भी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।

राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मत्स्य पालन विभाग के प्रतिनिधि, भारत सरकार के मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी, राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, आईसीएआर संस्थान और अन्य संबंधित विभाग/मंत्रालय, पीएमएमएसवाई लाभार्थी, मछुआरे, मछली किसान, उद्यमी और मत्स्य पालन क्षेत्र में शामिल प्रमुख हितधारक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

कार्यक्रम में मत्स्य पालन तथा मत्स्य विकास के क्षेत्र में किये गये कार्यों और नवाचारों तथा प्रमुख गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी। प्रदर्शनी में स्टार्टअप, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, मछली एफपीओ और मछली सहकारी समितियों द्वारा प्रदर्शित मत्स्य पालन क्षेत्र के नवाचारों, पहलों और प्रगति की जानकारी रहेगी।

केन्द्रीय मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला उत्पादन और उत्पादकता वृद्धि, फसल कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे और अन्य मूल्य श्रृंखला वृद्धि हस्तक्षेपों से संबंधित पीएमएमएसवाई के तहत अनुमोदित विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।

योजना के कुशल कार्यान्वयन और संभावित हितधारकों तक पहुंचने का लक्ष्य है, ताकि पात्र लाभार्थी योजनाओं का लाभ उठा सकें। आउटरीच पहल “मत्स्य सम्पदा जागृति अभियान” शुरू किया जाएगा। जिसमें देश में सितंबर 2023 से फरवरी 2024 तक 108 मत्स्य किसान सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य संभावित लाभार्थियों को योजना के बारे में जागरूक करना है और अभियान में 2.8 करोड़ मछली किसानों और 3477 तटीय गांवों तक पहुंचने की परिकल्पना की गई है, ताकि मत्स्य पालन क्षेत्र की बहुमुखी क्षमता और पीएमएमएसवाई के बारे में जागरुकता पैदा की जा सके। अभियान का उद्देश्य देश भर में मत्स्य पालन विभाग और इसके क्षेत्रीय संस्थानों की नौ वर्षों की उपलब्धियों और सफलता की कहानियों के बारे में जानकारी और ज्ञान का प्रसार करना भी है।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के बाद पीएमएमएसवाई के तहत सफलता की कहानियां साझा की जाएंगी, जिसमें विभिन्न मत्स्य पालन गतिविधियों से जुड़े लाभार्थियों और मछली किसानों को अपनी सफलता की कहानियां साझा करने का अवसर मिलेगा।