भोपाल। राजधानी भोपाल के बिशनखेड़ी स्थित मध्यप्रदेश राज्य घुड़़सवारी अकादमी (Madhya Pradesh State Horse Riding Academy) में सोमवार से जूनियर राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता (Junior National Equestrian Competition) प्रारंभ हुई। पहले दिन की शुरुआत वेट चेकिंग से हुई। वेट चेकिंग में प्रतियोगिता में भाग लेने वाले घोड़ों की वेटनरी डॉक्टर और जूरी मेम्बर्स सम्पूर्ण जाच की। घोड़ों को राइडिंग एरीना में दौड़ाकर और पैदल चलाकर देखा जाता है। इसके अलावा उनकी आंखों, हार्ट और लंग्स, दांत और चमड़ी का भी पूर्ण चेकअप किया जाता है।
जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने बताया कि मप्र राज्य घुड़सवारी अकादमी में 25 दिसम्बर तक चलने वाली इस चैम्पियनशिप में 249 घोड़ों के साथ 16 राज्यों के 200 राइडर्स भाग ले रहे हैं। चैम्पियनशिप में घुड़सवारी फेडरेशन ऑफ इण्डिया की तरफ से 2 अंतरराष्ट्रीय जूरी मेम्बर्स घुड़़सवारी के मुकाबलों को जज करेंगे। प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने प्रतियोगिता प्रारंभ होने के पहले सोमवार सुबह प्रतियोगिता स्थल का पुन: निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सपना है कि मध्यप्रदेश खेलों का नया हब बने। प्रदेश में एक के बाद एक विभिन्न खेलों की राष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ होना इस बात का प्रमाण है कि खेलों को बढ़ावा देने के लिये किये जा रहे हमारे प्रयास सफल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 2023 में मध्यप्रदेश खेलो इण्डिया यूथ गेम्स और शूटिंग वर्ल्ड कप जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों की मेजबानी करेगा। हमारा प्रयास है कि यह आयोजन मध्यप्रदेश में खेलों के विकास के लिये मील का पत्थर साबित होगा। अकादमी में चल रही जूनियर राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता में मंगलवार को प्रात: 8 बजे से प्रीलिमिनरी शो-जम्पिंग के मुकाबले होंगे। (एजेंसी, हि.स.)