ज्यादा वोट अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी की गारंटी नहीं! कैसे जानिए
वाशिंगटन। देश की जनता जिसे सबसे ज्यादा वोट दे, वो जीता. यही तो सीधा सा फॉर्मूला है जिसे दुनिया के तकरीब हर चुनावी प्रक्रिया में अपनाया जाता है. लेकिन सुपरपावर अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव थोड़ा हटके है.
आज से दो दशक पहले जब अमेरिका की नींव रखने वाले उनके फाउंडिंग फादर्स ने राष्ट्रपति चुनने के लिए एक प्रक्रिया बनाने की सोची, तो उन्होंने एक ऐसा कठिन सिस्टम चुना जिससे राष्ट्रपति का चुनाव न तो सिर्फ लोगों के वोट से तय हो और न ही कांग्रेस से. इसलिए उन्होंने एक ऐसा सिस्टम बनाया जिसमें अगर किसी कैंडिडेट को जनता का पूरा वोट भी मिल जाए तो भी इसकी गारंटी नहीं थी कि वो राष्ट्रपति बन सकता है.
अमेरिका का इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम
ऐसे में उन्होंने एक सिस्टम बनाया, जिसे इलेक्टोरल कॉलेज कहते हैं. यही वो सिस्टम है जिसकी वजह से अमेरिका के इतिहास में 5 बार ऐसा हुआ कि किसी कैंडिडेट को लोगों का एकतरफा वोट मिल...