नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को भारत (India) को एक विकसित देश (Developed country) बनने के लिए अगले 25 साल को महत्वपूर्ण बताते हुए लेखा परीक्षकों (ऑडिटर) से टेक्नोलॉजी (adopt technology) को अपनाने और छोटी कंपनियों को वृद्धि के लिए शिक्षित करने का अनुरोध किया।
सीतारमण ने यहां ‘सोसाइटी ऑफ ऑडिटर्स’ की 90वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। वित्त मंत्री ने कहा कि देश ने पिछले 20-25 वर्षों में कई स्तरों पर प्रगति की है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक ने भी कहा है कि भारत ने पिछले दशक में वह हासिल किया है, जो वह 60 वर्षों में हासिल नहीं कर पाया था।
वित्त मंत्री ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट की कार्यप्रणाली में विश्व स्तर पर बहुत बदलाव हो रहे हैं, इसका अहसास इन प्रोफेशनल्स को होने भी लगा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से टेक्नोलॉजी चलन में आई है, मैं उसकी सराहना करती हूं। सीतारमण ने कहा कि आप में से कई लोग इसे प्रसन्नता से अपना भी रहे हैं। इसकी वजह से अगले जुलाई से चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षाएं भी एक अलग प्रारूप में होने जा रही हैं।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले 25 वर्ष भारत के पास एक विकसित राष्ट्र बनने की ‘नैरो विंडो’ है। हममें से हरेक को अपने पेशे पर ध्यान केंद्रित करने के साथ देश की बेहतर सेवा करने के तरीकों पर भी ध्यान देना होगा।