सड़क मार्ग के जरिए झांसी से प्रयागराज की दूरी करीब 418 किलोमीटर है। पुलिस टीम उसको लेकर आज देर शाम तक प्रयागराज पहुंच जाएगी। झांसी में उसके काफिले में एक कार भी शामिल की गई। सूत्रों ने बताया कि इस कार में अतीक की बहन, उसके परिवार के लोग और अधिवक्ता सवार हैं। अतीक का काफिला जब थाना रक्सा क्षेत्र स्थित शिवपुरी रोड पर चल रहा था तो काफिले के एक वाहन से एक गाय का टकरा गई। इस दौरान कुछ देर के लिए काफिला रोका गया था। बहन ने आशंका जताई है कि भाई अतीक का एनकाउंटर हो सकता है। भाई की तबीयत भी ठीक नहीं लग रही है।
साबरमती जेल से सड़क मार्ग से प्रयागराज लाये जा रहे अतीक की मॉनिटरिंग डीजीपी मुख्यालय से की जा रही है। आला अधिकारी इस पूरे ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। इस दौरान काफिले में चल रही बहन ने कहा कि कोर्ट का जो फैसला होगा हम मानने को तैयार हैं। भाई की सुरक्षा को लेकर हमे चिंता सता रही है और इसी वजह से हम उनके साथ चल रहे हैं। बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ को भी प्रयागराज लाया जा रहा है।
प्रयागराज में 24 फरवरी को सरेराह उमेश पाल और दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना में अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ के साथ ही पत्नी शाइस्ता परवीन को भी आरोपित किया गया है। इस हत्याकांड में उसके बेटे असद समेत पांच शूटरों पर पांच लाख का इनाम घोषित है। (हि.स.)