नई दिल्ली। एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप 2023 का आयोजन 27 से 30 जून तक बुसान, दक्षिण कोरिया में किया जाएगा।
महाद्वीपीय कबड्डी प्रतियोगिता छह साल के अंतराल के बाद खेली जाएगी। पिछला संस्करण 2017 में गोरगन, ईरान में आयोजित किया गया था।
1980 में उद्घाटन टूर्नामेंट के बाद से, चैंपियनशिप ने विभिन्न एशियाई देशों की टीमों को एक साथ लाया है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, ईरान और बांग्लादेश शामिल हैं।
एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप के इतिहास में भारतीय पुरुष कबड्डी टीम सबसे सफल पक्ष है, जिसने आठ संस्करणों में सात स्वर्ण पदक जीते हैं। ईरान ने मलेशिया के कांगर में 2003 संस्करण का खिताब जीता था।
भारत 2017 में फाइनल में पाकिस्तान को 36-22 से हराकर डिफेंडिंग चैंपियन है।
महिला वर्ग में भी, भारत डिफेंडिंग चैंपियन है क्योंकि उसने 2017 में फाइनल में दक्षिण कोरिया को 42-20 से हराया था।
भारतीय महिला कबड्डी टीम प्रतियोगिता में सबसे सफल पक्ष भी है जिसने चार स्वर्ण पदक जीते हैं जबकि दक्षिण कोरिया ने अब तक पांच संस्करणों में एक बार खिताब जीता है।
एशियाई कबड्डी मीट और एशियाई खेलों के लिए 40 संभावित पुरुष खिलाड़ियों के लिए कोचिंग कैंप 4 मई को पटना, बिहार में पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शुरू हुआ। कैंप का समापन 18 मई को होगा।
एशियाई शिविर तीन कोचों – आशान कुमार, ई भास्करन और संजीव बालियान के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है। प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के लोकप्रिय कोच ई भास्करन पहले भी राष्ट्रीय कोच रह चुके हैं।
एशियन कबड्डी चैंपियनशिप के लिए भारतीय पुरुष कबड्डी टीम का चयन करने के लिए ट्रायल 17 मई को पटना, बिहार के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होगा।
भारतीय टीम: राकेश, विजय, दुर्गेश कुमार, मोहित, नितेश कुमार, शुभम कुमार, सुरेंद्र गिल, जयदीप, मीतू, मोहित, मोहित गोयत, प्रदीप, सौरभ, सुरेंद्र नाडा, विशाल भारद्वाज, सागर बी कृष्ण, अक्ष संतोष शिंदे, असलम इनामदार , शंकर भीमराज गड़ी, गिरीश एर्नाक, पंकज मोहिते, शुभम, सिद्धार्थ देसाई, मनिंदर सिंह, नितिन रावल, परवेश, पवन कुमार, रविंदर पहल, सुनील कुमार, विकाश, दीपक हुड्डा, सचिन, अर्जुन देसवाल, महेंद्र सिंह, मनजीत, नवीन कुमार , सुरजीत, अभिषेक मनोकरण, अबिनेश नादराजन, अभिषेक, रोहित तोमर।