Friday, November 22"खबर जो असर करे"

एशियाई विकास बैंक ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7 फीसदी किया

-वित्त वर्ष 2022-23 के लिए एडीबी ने पहले 7.2 फीसदी विकास दर का जताया था अनुमान

नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (economy front) पर सरकार के लिए झटका लगने वाली खबर है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) (Asian Development Bank (ADB)) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर (country’s economic growth rate) के अनुमान को घटाकर अब 7 फीसदी कर दिया है। एडीबी ने पहले 7.2 फीसदी विकास दर का अनुमान जताया था।

एडीबी ने बुधवार को जारी अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि अनुमान से ज्यादा महंगाई दर और मौद्रिक सख्ती की वजह से आर्थिक वृद्धि दर में ये कमी आएगी। एडीबी ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था सालाना आधार पर 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है, जो सेवाओं में मजबूत वृद्धि को दर्शाता है।

एशियाई विकास बैंक ने (मार्च 2023 में खत्म होने वाले वर्ष) चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। हालांकि, वित्त वर्ष 2023-24 (मार्च 2024 में खत्म होने वाले वर्ष) के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 7.2 फीसदी रखा है। इसके अलावा एडीबी ने कहा है कि चीन की अर्थव्यवस्था 2022 में 3.3 फीसदी की दर से वृद्धि करेगी, जो पहले के पांच फीसदी वृद्धि दर के अनुमान से कम है।

एडीबी के मुताबिक कीमतों के दबाव की वजह से घरेलू खपत प्रभावित होगी, जबकि वैश्विक मांग में कमी तथा तेल की ऊंची कीमतें शुद्ध निर्यात को प्रभावित करेंगे। इसके बावजूद वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7 फीसदी रहेगी। गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वर ने भी कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में देश की अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से बढ़ेगी।

उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआरई) ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7.2 फीसदी रहने की संभावना जताई है। इसके अलावा कई रेटिंग्स एजेंसियों ने भी मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में भारत के आर्थिक वृद्धि दर के अपने पूर्वानुमान को घटाया है। (एजेंसी, हि.स.)