मुंबई। साध्वी प्राची अचानक मुजफ्फरनगर जनपद में पहुंची। जहां पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए वक्फ बोर्ड को लेकर कहा कि बोर्ड की जमीन देश की सेना और बांग्लादेश के हिंदुओं को दे देनी चाहिए जिनके ऊपर वहां पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगला मदोड में जो महापंचायत 2013 में हुई थी, जिसका मुकदमा कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट के आदेश का पालन करना हमारा कर्तव्य बनता है इसलिए मैं कोर्ट में प्रस्तुत हुई हूं।
बांग्लादेश में केवल हिंदुओं के मंदिरों को ही नहीं तोड़ा जा रहा बल्कि मंदिरों में जो मूर्तियां रखी है उनको भी तोड़ा जा रहा है। बेरहमी से हिंदुओं को मारा जा रहा है और बहन बेटियों के साथ, अत्याचार बलात्कार सरेआम हो रहा है। बांग्लादेश के हालात ऐसे हैं। 56 इस्लामिक देशों के बावजूद शेख हसीना को हिंदुस्तान में शरण लेनी पड़ी। अमानवीय अत्याचार हिंदुओं के साथ हो रहा है। यह सब देखकर मेरा दिल दहल गया। मैं बहुत विचलित हूं। बांग्लादेश की घटना को देखकर मुझे बड़ी शर्म आ रही है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर जो घटना घट रही है, इस समय सभी भाईचारा गैंग चुप्पी सादे हुए हैं। जहां-जहां जनसंख्या कट्टरवादियों की बढ़ रही है वहां-वहां यही हालत हो रहे हैं। देख वक्फ बोर्ड का जो आज फैसला आने वाला है मैं समझता हूं कि वक्फ बोर्ड की जो जमीन है हिंदुस्तान की सेना को मिलनी चाहिए। बांग्लादेश में जो हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं वह जमीन वक्फ बोर्ड की जमीन बांग्लादेश के हिंदुओं को मिलनी चाहिए। वहां पर जो अत्याचार और दुराचार बेटियों के साथ हो रहा है। नन्हे-नन्हे दूध पीते बच्चों को जो उठा कर पटक रहे हैं। यह अमानवीय घटना को सहन नहीं हो पा रहा है।