कीव । यूक्रेन-रूस (Ukraine-Russia) के बीच करीब छह महीने से चल रहे युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन गुरुवार को यूक्रेन का दौरा करेंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक, एंटोनियो गुटेरेस गुरुवार को यूक्रेन के लवीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskiy) और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) से मुलाकात करेंगे।
इसके बाद शुक्रवार को गुटेरेस यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा के दौरे पर जाएंगे। ओडेसा यूक्रेन से अनाज निर्यात करने के लिए रूस के साथ हालिया सौदे में नामित तीन बंदरगाहों में से एक है। ओडेसा के बाद संयुक्त राष्ट्र प्रमुख तुर्की का दौरा करेंगे। समाचार एजेंसी ने गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक (Stephane Dujarric) के हवाले से कहा कि “राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की के निमंत्रण पर महासचिव गुटेरेस तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन और यूक्रेनी नेता के साथ त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेने के लिए गुरुवार को लवीव में होंगे।”
दुजारिक ने आगे कहा, “महासचिव अगले दिन ओडेसा जाएंगे जहां वह बंदरगाह का दौरा करेंगे, जो काला सागर (Black Sea) से अनाज निर्यात करने पहल के हिस्से के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे तीन बंदरगाहों में से एक है।”
मंगलवार को अनाज से भरा पहला संयुक्त राष्ट्र चार्टर्ड अफ्रीकी जहाज यूक्रेन के पिवडेन्नी (Pivdennyi) बंदरगाह से रवाना हुआ। यह जहाज इथियोपिया को अनाज की डिलीवरी देने के लिए जिबूती की ओर रवाना हुआ है। यूक्रेन के बुनियादी ढांचा मंत्री ऑलेक्जेंडर कुब्राकोव (Oleksandr Kubrakov) ने ट्वीट कर कहा, “मालवाहक जहाज बहादुर कमांडर के साथ पिवडेन्नी समुद्री बंदरगाह पर पहुंचा। बहुत जल्द यूक्रेनी अनाज इथियोपिया पहुंचा दिया जाएगा।”
बता दें कि पिछले महीने, मॉस्को और कीव ने यूक्रेन के काला सागर बंदरगाहों से अनाज के निर्यात को फिर से शुरू करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और तुर्की द्वारा मध्यस्थता के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु (Sergei Shoigu) और यूक्रेन के बुनियादी ढांचा मंत्री ऑलेक्जेंडर कुब्राकोव ने अलग-अलग लेकिन समान समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस दुनिया के दो सबसे बड़े अनाज निर्यातक हैं। रिपोर्टों के अनुसार, इस साल फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से रूसी सेना द्वारा 20-25 मिलियन टन से अधिक यूक्रेनी अनाज को नष्ट कर दिया गया है।