Wednesday, November 13"खबर जो असर करे"

Ananya Panday ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हेमा कमेटी की तारीफ की

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस अनन्या पांडे इस समय अपनी वेब सीरीज ‘कॉल मी बे’ को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। ये सीरीज 6 सितंबर को प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई है। ऐसे में एक्ट्रेस जमकर इसका प्रमोशन करते हुए नजर आ रही हैं।
अब हाल ही में एक्ट्रेस ने एक इवेंट में पर्सनल और प्रोफेशनल मुद्दों पर बात की है। इसके साथ ही अनन्या ने हेमा कमेटी और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी खुलकर बात की है। चलिए जानते हैं एक्ट्रेस ने क्या कहा है।
एक्ट्रेस ने की हेमा कमेटी की तारीफ
दरअसल, हेमा कमेटी Hema Committee की रिपोर्ट पिछले काफी समय से चर्चा में बनी हुई है। इस कमेटी के बाद पता चलता है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की हालत कितनी खराब है। अभी तक स्वरा भास्कर, शिल्पा शिंदे समेत कई स्टार्स इसके बारे में बात कर चुके हैं। अब इस लिस्ट में अनन्या का नाम भी शामिल हो गया है।

‘कॉल मी बे’ एक्ट्रेस ने एक टीवी समिट में इस मुद्दे पर खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि हर इंडस्ट्री में हेमा कमेटी जैसी समिति होना बहुत जरूरी है, जहां सभी महिलाएं एक जुट होती हैं और कुछ ऐसा शुरू करती हैं। मुझे लगता है कि ऐसा करने से जरूर कुछ बदलाव हुआ है। आप देख भी सकते हैं कि अब लोग कम से कम इस समस्या के बारे में बात तो कर रहे हैं, लेकिन अभी भी बहुत लंबा रास्ता तय करना है। अभी बहुत बड़ी लड़ाइयां लड़नी हैं।

कई प्रोडक्शन हाउस ने इस दिशा में किया काम
इसके साथ ही अपनी बात को जारी रखते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि कई प्रोडक्शन हाउस ने तो महिला सुरक्षा की दिशा में काम करना तक शुरू किया है। मैं देखती हूं कि आज हमारे कॉन्टैक्ट लिस्ट में हेल्पलाइन नंबर हैं, जो महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं और यह बहुत जरूरी भी है।

एक्ट्रेस ने आगे कहा कि हमारी कॉल शीट में भी हेल्पलाइन नंबर हैं, जिस पर आप कॉल करके शिकायत कर सकते हैं। फिर चाहें आप गुमनाम रूप से शिकायत करना चाहें, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह समस्या सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही है। मुझे लगता है कि ये चीज हर जगह और हर फील्ड में है।

मेरे लिए महिलाओं की सुरक्षा जरुरी
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि कम से कम किसी चीज के लिए खड़े तो हों। यह बहुत जरुरी है। भले ही बात मत कीजिए, लेकिन कुछ ऐसा चुने, जिसके बारे में आप दृढ़ता से महसूस करते हों। जैसे मेरे लिए महिलाओं की सुरक्षा बहुत जरूरी है और मैं हमेशा इसके बारे में बोलती हूं। आपको कुछ करना होगा। काम, शब्दों से ज्यादा बोलते हैं।